रीवा में सभी समाजसेवी एकत्रित बंद की तैयार हुई रणनीति दिखेगा सैलाब

ब्राह्मण परिवार व एएसआई की हत्या के विरोध में रीवा सहित मऊगंज में बंद का फैसला लिया गया जिसमें ब्राह्मण समाज सहित सभी संगठन के लोग एकत्रित होकर रीवा मऊगंज को कल बंद करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाएंगे;

Update: 2025-03-17 15:56 GMT

रीवा एवं मऊगंज बंद का आह्वान न्याय, सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था की मांग सभी समाजसेवी बड़ी संख्या में जुटेंगे रीवा एवं मऊगंज जिले में हाल ही में घटित घटनाओं ने समाज को गहरी चोट पहुंचाई है।


विशेष रूप से मऊगंज में सुनियोजित घटना में पुलिस जवान की हत्या तथा सामान्य वर्ग के परिवार पर अत्याचार एवं एक युवक की हत्या ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। ये घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था की गंभीर विफलता को दर्शाती हैं, बल्कि समाज के भीतर वर्ग संघर्ष एवं अस्थिरता को भी दर्शाती हैं।


इन घटनाओं के विरोध में एवं प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से 18 मार्च 2025 को रीवा एवं मऊगंज जिले में सांकेतिक बंद का आह्वान किया गया है। इस बंद के माध्यम से प्रशासन एवं सरकार के समक्ष निम्न मांगें रखी गई हैं: कानून व्यवस्था की बहाली लगातार हो रही घटनाओं से स्पष्ट है कि प्रशासन अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल हो रहा है।


कानून का राज स्थापित करना एवं दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करना अति आवश्यक है। दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई पुलिस कर्मियों की हत्या एवं अन्य घटनाओं में शामिल अपराधियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से शीघ्र सजा दिलाई जाए। प्रशासनिक अधिकारियों की जवाबदेही मऊगंज एवं रीवा में जिम्मेदार अधिकारियों का स्थानांतरण कर उनके कार्यों की समीक्षा की जाए। सामाजिक शांति एवं सुरक्षा समाज में व्याप्त भय एवं वर्ग संघर्ष को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।


बंद के दौरान विशेष निर्देश शांतिपूर्ण प्रदर्शन यह बंद पूर्णतया शांतिपूर्ण रहेगा। किसी प्रकार की हिंसा या बाधा उत्पन्न नहीं की जाएगी। आवश्यक सेवाओं को छूट चिकित्सा सुविधाएं, एंबुलेंस एवं अन्य आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से संचालित होंगी। व्यापारियों एवं नागरिकों से सहयोग की अपील व्यापारियों एवं आम नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे इस सांकेतिक बंद का समर्थन करें और न्याय की इस लड़ाई में सहयोग करें। यह बंद किसी समुदाय विशेष के खिलाफ नहीं है, बल्कि समाज में व्याप्त अन्याय एवं कानून की गिरती साख के खिलाफ है।


प्रशासन को यह संदेश देना जरूरी है कि समाज अब अत्याचार बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है। यदि प्रशासन द्वारा इन घटनाओं और मांगों पर उचित कदम नहीं उठाए गए तो इस मामले को विधानसभा और संसद में उठाया जाएगा। इसके अलावा चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधियों से भी इस मुद्दे पर जवाबदेही मांगी जाएगी। रीवा और मऊगंज के नागरिकों से अनुरोध है कि वे इस बंद का समर्थन करें और एकजुट होकर अपनी आवाज उठाएं। यह लड़ाई समाज के हर वर्ग की सुरक्षा और सम्मान के लिए है।

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