कबाड़ी मोहल्ले में विवाद सुलझाने गई पुलिस से अभद्रता मऊगंज जैसे हो सकते है हालात

फल व्यापारी को किसका मिला है संरक्षण 24 घंटे खुलता है दुकान अक्सर होता है कबाड़ी मोहल्ले में विवाद आखिर पुलिस क्यों नहीं करती करवाई;

Update: 2025-03-15 18:12 GMT
कबाड़ी मोहल्ले में विवाद सुलझाने गई पुलिस से अभद्रता मऊगंज जैसे हो सकते है हालात
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Rewa news: रीवा के कबाड़ी मोहल्ले में पुलिस पर हमला: विवाद सुलझाने गई टीम के साथ अभद्रता फल दुकान खुलने से होता है विवाद, रीवा, शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कबाड़ी मोहल्ले में दो पक्षों के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने पहुंची पुलिस टीम के साथ स्थानीय निवासियों द्वारा अभद्रता और हमला करने का मामला सामने आया है। घटना के दौरान पुलिसकर्मियों को विरोध और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा, जिससे क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।

सूत्रों के अनुसार, कबाड़ी मोहल्ले में दो गुटों के बीच विवाद चल रहा था, जो हाल ही में बढ़ गया था। स्थानीय निवासियों की शिकायत पर सिविल लाइन थाने के पुलिस कर्मी शरद चंदेल सहित एक अन्य पुलिस कर्मी विवाद की सूचना पाकर विवाद को शांत कराने के लिए मौके पर पहुंचे। हालांकि, पुलिस के पहुंचते ही कुछ स्थानीय लोगों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और स्थिति को और बिगाड़ दिया।

आपको बता दे की कबाड़ी मोहल्ले के लोग एक व्यक्ति के साथ हाथापाई कर रहे थे जिसका बीच बचाव कर रहे सिविल लाइन थाने के पुलिस कर्मियों के साथ भी झूमा झटकी आरोपियों के द्वारा की गई है और उन्हीं लोगों के द्वारा पुलिस कर्मियों का वीडियो बनाया गया और पुलिस पर दबाब बनाने के लिए तरह-तरह के वीडियो में आरोप भी लगा दिए ।

 फल की दुकान खुलने से होता है विवाद

स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि कबाड़ी मोहल्ले में फल की दुकान जो 24 घंटे  खोलकर रखता है, जिसे कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों का संरक्षण प्राप्त है। उनका कहना है कि फल की दुकान के आसपास असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है, जिससे मोहल्ले में अशांति फैलती है। निवासियों का यह भी आरोप है कि पुलिस को कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे उनकी निराशा बढ़ी है।

सिविल लाइन थाने की पुलिस ने बताया कि पुलिस टीम के साथ की गई भद्रता को गंभीरता से लिया गया है। कानून व्यवस्था को बनाए रखना पुलिस की प्राथमिकता है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, इस पूरे मामले की भी जांच की जाएगी, वीडियो में दिख रहे आरोपी जो पुलिस से झूमा झटकी कर रहे है उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी और यदि कोई अनियमितता पाई जाती है, तो उचित कदम उठाए जाएंगे।

मऊगंज के बाद सिविल लाइन क्षेत्र में अभद्रता

मऊगंज जिले में आज पुलिस पर हमले के बाद तनाव का माहौल है। स्थानीय लोग सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात किया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। क्या रीवा सिविल लाइन पुलिस मऊगंज की तरह कबाड़ी मोहल्ले में भी बबाल का इंतजार कर रही है या फिर कोई ठोस कदम उठाती है

समाज के विभिन्न वर्गों ने पुलिस पर हुए हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि कानून के रखवालों पर हमला किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। साथ ही, उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

रीवा के कबाड़ी मोहल्ले में हुई इस घटना ने एक बार फिर से कानून व्यवस्था और सामुदायिक संबंधों पर सवाल खड़े किए हैं। आवश्यक है कि प्रशासन और समाज मिलकर ऐसे मुद्दों का समाधान करें ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

मऊगंज में आदिबसियो के हमले से पुलिस अधिकारी की मौत

मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में एक आदिवासी परिवार ने एक युवक को बंधक बनाकर उसकी पिटाई कर दी। सूचना मिलने पर उसे छुड़ाने पहुंचे टीआई समेत पुलिस टीम पर भी आरोपियों ने हमला कर दिया। हमले में एक एएसआई की मौत हो गई है। मामला दो महीने पहले हुए सड़क हादसे से जुड़ा है। हादसे में अशोक कुमार आदिवासी की मौत हो गई। आदिवासी परिवार ने इसे हादसा नहीं माना और सनी द्विवेदी नाम के युवक पर हत्या का आरोप लगाया। होली के दिन शाम करीब 4 बजे आदिवासी परिवार ने सनी द्विवेदी को पकड़ लिया और कमरे में बंद कर उसकी पिटाई कर दी। मारपीट में सनी की भी मौत हो गई।

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