Saudi Crown Prince Mohammed bin Salman: समझौते के तहत अमेरिका, सऊदी अरब की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, साथ ही अमेरिका, सऊदी अरब के नागरिक परमाणु कार्यक्रम में भी मदद करेगा।
Saudi Crown Prince Mohammed bin Salman को अपनी हत्या का दर सता रहा है यह खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि खुद उन्होंने ही किया है। दरअसल सऊदी युवराज को डर है कि अगर वे इस्राइल, अमेरिका और सऊदी अरब की संभावित डील पर आगे बढ़ते हैं तो उनकी हत्या हो सकती है।
समझौते के तहत सऊदी अरब को मिलेगा, ये फायदा उल्लेखनीय है कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, समझौते के तहत अमेरिका, सऊदी अरब की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, साथ ही अमेरिका, सऊदी अरब के नागरिक परमाणु कार्यक्रम में भी मदद करेगा।
अमेरिका समझौते के तहत अमेरिका, सऊदी अरब में तकनीक के क्षेत्र में भी निवेश करेगा, इसके बदले में सऊदी अरब को चीन के साथ अपने संबंधों को सीमित करना होगा और साथ ही इस्राइल के साथ अपने कूटनीतिक रिश्तों को कायम करना होगा।
अगर सऊदी अरब, इस्राइल के साथ अपने कूटनीतिक संबंध स्थापित करता है तो इससे इस्राइल को बड़ा फायदा मिलेगा क्योंकि अरब दुनिया में सऊदी अरब का बहुत बड़ा प्रभाव है। हालांकि सऊदी अरब के युवराज इसी बात से डरे हुए हैं।
कि अगर उन्होंने फलस्तीन को अलग देश का दर्जा दिलाए बगैर इस्राइल के साथ कूटनीतिक रिश्ते स्थापित किए तो वह इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर आ सकते हैं।
सऊदी प्रिंस ने जताया इस बात का डर
पॉलिटिको में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद बिन सलमान से इस्राइल-सऊदी अरब-अमेरिका की संभावित डील को लेकर अमेरिकी अधिकारियों ने मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान ही सऊदी युवराज ने कहा कि अगर वे इस डील पर आगे बढ़ते हैं तो उनकी हत्या भी हो सकती है।
इस पर जब अमेरिकी अधिकारियों ने उनकी सुरक्षा का कथित आश्वासन दिया तो मोहम्मद बिन सलमान ने अमेरिकी अधिकारियों से पूछा कि जब मिस्त्र के राष्ट्रपति अनवर सादात को साल 1981 में इस्लामिक आतंकियों ने मार डाला था, तब अमेरिका ने क्या किया था।
हालांकि रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी युवराज ने संभावित खतरे के बावजूद डील पर आगे बढ़ने का आश्वासन दिया क्योंकि यह समझौता उनके देश के भविष्य के हित में है।
कौन हैं Saudi Crown Prince Mohammed bin Salman
मोहम्मद बिन सलमान (जन्म 31 अगस्त, 1985) सऊदी अरब के वास्तविक शासक हैं , जो अपनी आक्रामक विदेश नीति , महत्वाकांक्षी आर्थिक दृष्टि और विवादास्पद सामाजिक सुधारों के लिए जाने जाते हैं।
वह औपचारिक रूप से क्राउन प्रिंस (2017-) और प्रधान मंत्री (2022-) के रूप में कार्य करते हैं और इससे पहले रक्षा मंत्री (2015-22) के रूप में कार्य कर चुके हैं। वह सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज और उनकी तीसरी पत्नी फहदा बिन्त फलाह इब्न सुल्तान के बेटे हैं।
मेरा नाम अमर मिश्रा है और मैं मध्यप्रदेश के रीवा जिले का निवासी हूं। मैंने अपनी स्नातक की पढ़ाई B.Com / CA अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APSU) से पूरी की है। मुझे मीडिया जगत में काम करते हुए लगभग 9 साल से ज्यादा का अनुभव है।मैंने 2016 में रीवा जिले में पत्रकारिता की शुरुआत की थी और FAST INDIA NEWS से अपने कैरियर की शुरुआत की। इसके बाद, 2017-18 में मैंने मध्यप्रदेश जनसंदेश और आंखों देखी लाइव में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। 2019 में, मैंने अमरकीर्ति समाचार पत्र में रीवा ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्य किया। 2019-20 से, मैं HARIT PRAWAH समाचार पत्र का सम्पादक हूँ।अपने पत्रकारिता करियर के दौरान, मुझे सटीक और निष्पक्ष समाचार प्रस्तुत करने के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। मेरी कोशिश हमेशा यही रही है कि मैं अपने पाठकों को सच्ची और प्रामाणिक खबरें प्रदान करूं।पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरी यह यात्रा निरंतर जारी है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी मैं अपने पाठकों के लिए विश्वसनीय और सटीक समाचार प्रदान करता रहूंगा।
संपादक – अमर मिश्रा