1 अप्रैल से बंद हो सकते हैं आपके बैंक और UPI से जुड़े मोबाइल नंबर! जानें क्या करें

bank alert: अगर आप अपने स्‍मार्टफोन या मोबाइल फोन के जरिए बैंकिंग करते हैं या यूपीआई से लेनदेन करते हैं, तो इस खबर को ध्‍यान से पढ़ने की जरूरत है। एक अप्रैल से उन मोबाइल नंबरों को बैंक अकाउंट या UPI ऐप्‍स से हटा दिया जाएगा, जो इस्‍तेमाल में नहीं हैं।;

Update: 2025-03-20 04:20 GMT

Bank Alert: अगर आप अपने मोबाइल से बैंकिंग सेवाएं या UPI पेमेंट का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। 1 अप्रैल 2024 से उन मोबाइल नंबरों को बैंक खातों और UPI ऐप्स से हटा दिया जाएगा, जो लंबे समय से इस्तेमाल में नहीं हैं। इसका मतलब यह है कि यदि आपने कोई मोबाइल नंबर अपने बैंक खाते या Google Pay, PhonePe, Paytm जैसे UPI ऐप्स से जोड़ा था और उसे रिचार्ज नहीं कराया, तो वह नंबर आपके बैंकिंग सिस्टम से हट जाएगा।

NPCI का नया नियम क्यों जरूरी है?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बैंकों और डिजिटल पेमेंट ऐप्स को 31 मार्च तक निष्क्रिय मोबाइल नंबरों को सिस्टम से हटाने का निर्देश दिया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि बेकार और पुराने मोबाइल नंबरों की वजह से तकनीकी दिक्कतें आती हैं और फर्जीवाड़े का खतरा बढ़ जाता है।

यदि कोई मोबाइल नंबर किसी दूसरे व्यक्ति को दोबारा जारी कर दिया जाए और वह नंबर अभी भी आपके बैंक अकाउंट से जुड़ा है, तो इससे सुरक्षा संबंधी जोखिम बढ़ सकता है। सरकार इस नियम के जरिए डिजिटल लेनदेन को ज्यादा सुरक्षित बनाने का प्रयास कर रही है।

अगर आपका नंबर निष्क्रिय है, तो क्या होगा?

UPI ट्रांजेक्शन में मोबाइल नंबर की अहम भूमिका होती है, क्योंकि यही नंबर पहचान सत्यापित करने और भुगतान की पुष्टि करने के लिए उपयोग किया जाता है। अगर आपका मोबाइल नंबर लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं हुआ और किसी और को जारी कर दिया गया, तो इससे आपकी बैंकिंग सेवाओं में बाधा आ सकती है।

संभावित समस्याएं

बैंक अकाउंट या UPI ऐप से जुड़े निष्क्रिय नंबर हटाए जाने के बाद आपका ट्रांजेक्शन फेल हो सकता है।

OTP न मिलने के कारण बैंकिंग और पेमेंट सेवाओं का उपयोग नहीं कर पाएंगे।

यदि नया व्यक्ति आपके पुराने नंबर को ले लेता है और बैंकिंग लिंक बनी रहती है, तो फर्जीवाड़े की संभावना बढ़ जाती है।

कैसे बचें इस समस्या से?

अगर आपका मोबाइल नंबर बैंक खाते या UPI ऐप से जुड़ा है और आपने लंबे समय से उसे रिचार्ज नहीं कराया है, तो तुरंत नीचे दिए गए उपाय अपनाएं:

1. नंबर की स्थिति जांचें: अपने मोबाइल ऑपरेटर (Jio, Airtel, Vi आदि) से संपर्क करें और कन्फर्म करें कि आपका नंबर सक्रिय है या नहीं।

2. जल्द से जल्द रिचार्ज कराएं: अगर आपका नंबर एक्टिव है, लेकिन आपने लंबे समय से रिचार्ज नहीं कराया है, तो तुरंत रिचार्ज करवाएं।

3. डिएक्टिवेट नंबर को पुनः चालू कराएं: यदि आपका नंबर डिएक्टिवेट हो गया है, तो अपने सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क करके उसे फिर से चालू करवाएं।

4. बैंकिंग ऐप्स में नंबर अपडेट करें: अगर आपने नया नंबर लिया है, तो उसे तुरंत अपने बैंक और UPI ऐप्स में अपडेट करें ताकि कोई परेशानी न हो।

नियम कब से लागू होगा?

रिपोर्ट के अनुसार, अगर कोई मोबाइल नंबर 90 दिनों तक रिचार्ज नहीं होता है, तो वह डिएक्टिवेट हो सकता है। हालांकि, टेलीकॉम कंपनियां ग्राहकों को 15 दिनों का ग्रेस पीरियड देती हैं, जिसमें वे अपने नंबर को फिर से एक्टिवेट करा सकते हैं। यदि इस अवधि में नंबर चालू नहीं कराया गया, तो वह किसी और को जारी किया जा सकता है।

NPCI ने बैंकों और UPI ऐप्स को निर्देश दिया है कि वे हर सप्ताह निष्क्रिय मोबाइल नंबरों की लिस्ट अपडेट करें, ताकि 1 अप्रैल के बाद ऐसे नंबरों को पूरी तरह सिस्टम से हटा दिया जाए।

अब क्या करें

अगर आपका मोबाइल नंबर लंबे समय से रिचार्ज नहीं हुआ है और वह बैंकिंग और UPI सेवाओं से जुड़ा है, तो तुरंत रिचार्ज करवा लें या नया नंबर अपडेट कर दें। इससे आप किसी भी परेशानी से बच सकते हैं और आपका डिजिटल लेनदेन बिना रुकावट जारी रहेगा।

अपनी बैंकिंग सुरक्षा बनाए रखने के लिए सतर्क रहें और जल्द से जल्द जरूरी कदम उठाएं!

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