Rewa news: Mp के डिप्टी सीएम के क्षेत्र की बेटी जिंदगी और मौत की लड़ रही लड़ाई ,, रीवा में फिर मानवता हुई शर्मसार स्टाफ नर्स का नहीं किया उपचार ब्रेन हेमरेज होने पर कचरे की तरह निकाला बाहर …..अस्पताल प्रबंधन पर लगे गंभीर आरोप
Mp के डिप्टी सीएम की क्षेत्र की बिटिया लड़ रही है वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत की जंग कहां गए विकास पुरुष क्या अब इस बिटिया के लिए आएंगे क्या बाहर से डॉक्टर या इसे मिलेगा नि: शुल्क उपचार या फिर सिर्फ़ पैसे बालो के लिए ही निजी अस्पताल में होता है फ्री उपचार और बाहर से आते है निःशुल्क उपचार करने डॉक्टर
बड़ी खबर मध्य प्रदेश के रीवा से जहां रीवा शहर की विंध्या हॉस्पिटल की स्टाफ नर्स अमृता कुशवाहा की विंध्या अस्पताल में ड्यूटी के दौरान अचानक बीते 12 जुलाई की शाम करीब 7:00 बजे तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल प्रबंधन ने उसका उपचार तक करना उचित नहीं समझा कहा जाता है कि रीवा विंध्या हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर जो शहर के बीचो-बीच संचालित है ।
जहां मरिज जाकर अपना उपचार करवाते हैं इस अस्पताल में कई बड़े बड़े डॉक्टर भी बैठते है मगर यहां पैसा सब कुछ हो गया है खुद विंध्या हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स के तौर पर काम करने वाली स्टाफ नर्स अमृता कुशवाहा का उपचार विंध्या हॉस्पिटल के डॉक्टर व प्रबंधन ने नहीं किया ।
Rewa news : पैसा बन रही बज़ह
वजह सिर्फ पैसे की थी क्योंकि स्टाफ नर्स अमृता को बीती शाम शुक्रवार को करीब 7:00 बजे ब्रेन हेमरेज हो गया था जहां स्टाफ नर्स की ड्यूटी के दौरान ही तबीयत बिगड़ी जहा उसे उस समय उपचार की जरूरत थी मगर डॉक्टरों में अपने ही कर्मचारी का उपचार नहीं किया ।
जब उसकी तबियत जादा खराब हुई और उसे होश नही आया तो अन्य स्टाफ के द्वारा अमृता के घर मे फोन के माध्यम से जानकारी दी जिसके बाद अमृता के पिता विंध्या अस्पताल पहुचे और और डॉक्टरों के हाथ पांव जोड़ कर उपचार की मदत मागी मगर अस्पताल प्रबंधन उनकी एक नही सुनी आखिर सुने भी कैसे जब उन्हें किसी के जीवन जादा पैसे भूख लगी थी ।
Rewa news: डॉक्टरों से मिन्नते करने पर भी नही आया तरस
स्टाफ नर्स के पिता हरिनारायण जब मिन्नते करते थक गए तो उन्हों ने विंध्या अस्पताल में ही उसका CT स्कैन , MRI कराया तो पता चला कि ब्रेन हेमरेज हो गया है पीड़ित के पास आगे के उपचार के लिए पैसे नहीं थे तो डॉक्टरों ने उपचार करने से मना कर दिया ।
Rewa news: अस्पताल के डॉक्टर व प्रबंधन पर लगे आरोप
स्टाफ नर्स अमृता के परिजनों ने विंध्या हॉस्पिटल के डॉक्टर एवं प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए वीडियो जारी करते हुए बताएं कि हम लोग सतना जिले के बेरहना विरसिंहपुर के रहने वाले हैं रीवा शहर में रहकर पढ़ाई करते है हमारी बड़ी बहन Amrita विंध्या हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स हैं ।
जिसकी कल 12 जुलाई शुक्रबार की देर शाम 7:00 बजे ड्यूटी के दौरान अचानक तबियत बिगड़ी और उसे चक्कर आ गया हालांकि इस घटना की सूचना तकरीबन 9:00 बजे के आसपास परिजनों को अन्य स्टाफ द्वारा दी गई थी जहां पीड़िता के पिता हरिनारायण विंध्या हॉस्पिटल पहुंचे और उन्होंने डॉक्टर से सीटी स्कैन करने की बात कही जिसके बाद डॉक्टर ने उनसे पैसे जमा करा लिए और जांच में जब पता चला कि से ब्रेन हेमरेज हुआ है तो उसके उपचार के लिए 100000 सर्जरी का खर्चा और 15000 रोजाना का बेड चार्ज बता दिया ।
और स्टाफ नर्स को बेहोशी के दौरान ही बाहर निकाल दिया जिसे परिजन तत्काल ही एंबुलेंस के माध्यम से रीवा के संजय गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे और संजय गांधी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में उपचार किया जा रहा है अभी पीड़िता की हालत गंभीर बताई जा रही है ।
Rewa news: Mp के डिप्टी सीएम की क्षेत्र की बिटिया लड़ रही है वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत की जंग कहा हैं डिप्टी सीएम
मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल के क्षेत्र की बिटिया ब्रेन हेमरेज के चलते जिंदगी और मौत की जंग संजय गांधी अस्पताल के icu वार्ड में वेंटी लेटर पर बेहोशी की हालत में लड़ रही है क्या मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल बिटिया के उपचार के लिए बाहर से डॉक्टर को नहीं बोलबाएंगे या फिर उसे किसी निजी अस्पताल में निशुल्क उपचार नहीं मिलेगा क्या मध्यप्रदेश सरकार के पास सरकारी विभाग के कर्मचारियों के लिए बस ही फ्री में उपचार करबाने के लिए पैसे हैं और व्यवस्थाएं हैं क्या सिर्फ सरकारी कर्मचारियों के लिए ही बाहर से डॉक्टर आ सकते हैं तो क्या इस बिटिया के लिए बाहर से डॉक्टर को नहीं बुलाया जा सकता है।
Rewa news: पीड़ित परिवार को है आर्थिक मदत की जरूरत
पीड़ित परिवार बहुत ही गरीब है पांच बहनों के बीच में बड़ी बहन हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स के तौर पर नौकरी करती थी वहीं पिता खेती किसानी कर अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं पीड़ित की छोटी बहन ने विंध्य अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाया है और उन्होंने जिला प्रशासन एवं सामाजिक संस्थाओं से मदद की गुहार लगाई है।
मेरा नाम अमर मिश्रा है और मैं मध्यप्रदेश के रीवा जिले का निवासी हूं। मैंने अपनी स्नातक की पढ़ाई B.Com / CA अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APSU) से पूरी की है। मुझे मीडिया जगत में काम करते हुए लगभग 9 साल से ज्यादा का अनुभव है।मैंने 2016 में रीवा जिले में पत्रकारिता की शुरुआत की थी और FAST INDIA NEWS से अपने कैरियर की शुरुआत की। इसके बाद, 2017-18 में मैंने मध्यप्रदेश जनसंदेश और आंखों देखी लाइव में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। 2019 में, मैंने अमरकीर्ति समाचार पत्र में रीवा ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्य किया। 2019-20 से, मैं HARIT PRAWAH समाचार पत्र का सम्पादक हूँ।अपने पत्रकारिता करियर के दौरान, मुझे सटीक और निष्पक्ष समाचार प्रस्तुत करने के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। मेरी कोशिश हमेशा यही रही है कि मैं अपने पाठकों को सच्ची और प्रामाणिक खबरें प्रदान करूं।पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरी यह यात्रा निरंतर जारी है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी मैं अपने पाठकों के लिए विश्वसनीय और सटीक समाचार प्रदान करता रहूंगा।
संपादक – अमर मिश्रा