रीवा बनेगा संस्कृत विद्वान,जिले में 45 करोड़ रुपए की लागत से विश्वविद्याल होगी तैयार!
संस्कृत शिक्षा को मिलेगा नया आयाम: रीवा में 45 करोड़ रुपये की अधोसंरचना विकास योजना उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने की समीक्षा जल्द मिलेगी सौगात।
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Rewa News: महर्षि पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय, रीवा को एक आधुनिक और प्रभावी शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल की अध्यक्षता में मंत्रालय वल्लभ भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें विश्वविद्यालय के अधोसंरचना विकास कार्यों की व्यापक समीक्षा की गई।
45 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से होगा विकास
रीवा स्थित पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय कैंपस में 45 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। यह संस्थान न केवल संस्कृत भाषा और संस्कृति के संरक्षण में सहायक होगा, बल्कि विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षण सुविधाएं भी प्रदान करेगा।
प्रमुख निर्माण कार्य:
1. अकादमिक ब्लॉक – 600 छात्रों की क्षमता वाला यह भवन 8 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।
2. प्रशासनिक भवन – आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रशासनिक भवन पर 4.80 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
3. छात्रावास सुविधाएं –100 सीटों वाला बॉयज हॉस्टल (लागत – 6.42 करोड़ रुपये)50 सीटों वाला गर्ल्स हॉस्टल (सुविधाजनक आवासीय व्यवस्था)
तेजी से होगी निर्माण प्रक्रिया
बैठक के दौरान उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने एमपीबीडीसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि परियोजना के प्रस्तावों पर तेजी से कार्यवाही की जाए। इस दौरान ईएनसी एमपीबीडीसी श्री अनिल श्रीवास्तव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
संस्कृत शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
यह परियोजना संस्कृत भाषा, परंपरा और संस्कृति के संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त यह विश्वविद्यालय देशभर के विद्यार्थियों के लिए एक प्रमुख शिक्षा केंद्र के रूप में स्थापित होगा। संस्कृत शिक्षा के क्षेत्र में यह बड़ा कदम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक नई रोशनी लेकर आएगा।