Mauganj News: मध्यप्रदेश की मोहन सरकार अपने ही विधायकों के बयानों की वजह से परेशान है। सागर जिले की देवरी सीट से बीजेपी विधायक बृज बिहारी पटैरिया, मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल, त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के बयानों पर कांग्रेस लगातार सरकार को घेर रही है। विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक आधार कार्ड में छेड़छाड का मामला उठाकर सरकारी सिस्टम पर सवाल उठा चुके हैं। विधायक अपनी बात मनवाने पर अड़े हुए हैं।

अब बीजेपी ने बयानों के जरिए पार्टी को मुसीबत में डालने वाले विधायकों को 14 अक्टूबर भोपाल बुलाया गया। इनमें से कुछ विधायकों ने संगठन के सामने अपनी बात रखी है।मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल नहीं आए भोपाल शराब और नशा माफिया के खिलाफ आंदोलन

कर रहे मऊगंज से बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल पार्टी नेतृत्व के बुलाने के बाद भी कल भोपाल नहीं आएं। उन्होंने दैनिक भास्कर से फोन पर कहा, 'इतनी जल्दी ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं मिल पाया इसलिए मैं नहीं आ पाऊंगा।'

बयानों से पार्टी को मुसीबत में डालने की बात पर पटेल बोले, 'मेरे क्षेत्र में किराना और जनरल स्टोर्स तक पर नशे का सामान मिल रहा है। ये बात उठा रहा हूं तो कुछ लोग माहौल बना रहे हैं कि मैं सेटिंग करने का प्रयास कर रहा हूं।

कोई कहता है कि मैं पुलिस पर प्रेशर बना रहा हूं। आईजी साहब अपने आंकड़ों का तर्क देते हैं कि हमने इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई कर दी। इसका मतलब यही है कि ये कारोबार रुकने की बजाए और ज्यादा बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार भी चाहती है कि प्रदेश नशामुक्त हो। मैं भी सरकार के उसी अभियान को आगे बढ़ा रहा हूं। इसमें सरकार के खिलाफ जाने वाली कौन सी बात है।

पटेल बुधवार को मऊगंज के एएसपी अनुराग पांडे के सामने दंडवत हो गए थे। विधायक हाथ जोड़कर कहने लगे, 'एएसपी साहब, आप मुझे मरवा दीजिए। इसका वीडियो भी सामने आया। इसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई, लेकिन, उन्होंने अतिरिक्त सुरक्षा लेने की बजाय पहले से मिले सुरक्षाकर्मी भी शासन को लौटा दिए। अब वे अपने क्षेत्र में बस-बाइक से ही सफर कर रहे हैं।