राजस्थान के रणथंभौर टाइगर रिजर्व के पास स्थित कुतलपुरा गांव में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाला दृश्य देखने को मिला। गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक बाघ अचानक खेतों से होते हुए एक होटल में जा घुसा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया, जिसमें लोग घबराते हुए ‘भागो-भागो टाइगर आ गया’ कहते सुने गए, जबकि कुछ लोग दूसरों को शांत रहने की सलाह देते नजर आए।

सुबह-सुबह हुई बाघ की आमद

जानकारी के अनुसार, सुबह लगभग 6 बजे बाघ ने गांव की ओर रुख किया। बाजरे के खेतों में कुछ देर छिपने के बाद वह होटल की ओर बढ़ गया। जैसे ही वन विभाग को सूचना मिली, रणथंभौर टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई और बाघ पर नजर रखनी शुरू कर दी। काफी प्रयासों के बाद टीम ने बाघ को ट्रेंकुलाइज किया और दो घंटे की मेहनत के बाद उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया।

लगातार बढ़ रही बाघों की गतिविधि

रणथंभौर के आसपास बाघों की बढ़ती हलचल ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। बीते एक महीने में दो लोगों की जान बाघ के हमले से जा चुकी है। वन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, ये हमले एक ही बाघिन ने किए हैं, जिसके चलते जोन 2 और 3 को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।

मंदिर मार्ग भी फिर से बंद

16 अप्रैल को त्रिनेत्र गणेश मंदिर से लौट रहे एक बच्चे पर बाघ ने हमला कर दिया था, जिसके चलते मंदिर मार्ग नौ दिन तक बंद रखा गया। दोबारा खुलने के बाद फिर बाघ की मौजूदगी देखने को मिली, जिससे यह मार्ग श्रद्धालुओं के लिए दोबारा बंद कर दिया गया है।

ग्रामीणों में डर का माहौल

लगातार हो रही बाघों की आवाजाही ने ग्रामीणों की दिनचर्या पर असर डाला है। लोग छतों पर बाघ देखने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं, बच्चे स्कूल जाने से डर रहे हैं और किसान खेतों में काम करने से बच रहे हैं। वन विभाग लगातार गश्त कर रहा है, लेकिन अचानक सामने आ रहे इन बाघों ने वन्य सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।