मध्य प्रदेश का सबसे खूबसूरत और छोटा गांव कौन सा है?विदेशी भी है दीवाने, रीवा नहीं कर सकता इनका मुकाबला
मध्य प्रदेश: 2011 की जनगणना के मुताबिक मध्य प्रदेश में करीब 54,903 गांव है। जिसमें सबसे छोटा गांव छिंदवाड़ा जिले में स्थित है। जिसे देवगढ़ के नाम से जाना जाता है, ओरछा के पास निवाड़ी ज़िले का गांव विश्व पर्यटन संगठन ने इसे सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव का खिताब दिया है. वही, मध्य प्रदेश का सबसे …

मध्य प्रदेश: 2011 की जनगणना के मुताबिक मध्य प्रदेश में करीब 54,903 गांव है। जिसमें सबसे छोटा गांव छिंदवाड़ा जिले में स्थित है। जिसे देवगढ़ के नाम से जाना जाता है, ओरछा के पास निवाड़ी ज़िले का गांव विश्व पर्यटन संगठन ने इसे सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव का खिताब दिया है. वही, मध्य प्रदेश का सबसे खूबसूरत और सुविधाओं युक्त गांव लाड़पुरा है। यह गांव मुरारी और बेतवा नदी के किनारे बसा हुआ है इस गांव के आसपास ऊंची - ऊंची पहाड़ियां एवं हरे भरे जंगल है जिससे यह गांव और भी खूबसूरत लगता है और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है।
रीवा संभाग के कुछ गांव ऐसे हैं जिन्हें किसान आधुनिक खेती के रूप में पहचाना जाता है। रीठी, बर्रेही, और बेलवा गांव किसानी के लिए जाना जाता है। लेकिन इस संभाग में ऐसा कोई गांव नहीं है जो लाड़पुरा से विकास के मामले में मुकाबला कर लें।
लाड़पुरा क्यों है मध्य प्रदेश का सबसे खूबसूरत गांव

मध्य प्रदेश के सबसे खूबसूरत गांव लाड़पुरा निवाड़ी जिले में ओरछा के पास मौजूद है। इसे विश्व पर्यटन संगठन के रूप में अवार्ड दिया गया है। यह गांव मुरारी और बेतवा नदी के किनारे बसा हुआ है गांव के आसपास ऊंची पहाड़ियां और हरे भरे जंगल हैं। इस गांव में बुंदेलखंड शैली के घर बनाए गए हैं। यहां पारंपरिक ग्रामीण भोजन दिया जाता है। होमस्टे भी है। यहां ठहराव कर ग्रामीण जीवन का आनंद ले सकते हैं। ओरछा से लाडपुरा की दूरी 7 किलोमीटर है वहीं झांसी से इसकी दूरी 20 किलोमीटर है बस टैक्सी या ऑटो से भी यहां पहुंचा जा सकता है
1100 जनसंख्या 80% लोग पढ़े लिखे
यह जानकर आप हैरान हो जाएंगे की 1100 की जनसंख्या वाले इस ग्राम में करीब 80 फ़ीसदी तक लोग पढ़े लिखे हैं। इसीलिए यहां घूमने टहलने वाले लोगों को उनसे बात करने में किसी भी तरह की समस्या नहीं होती। पर्यटन विभाग के द्वारा प्रदेश के पहले पर्यटक ग्राम के रूप में लाडपुरा गांव को विकसित किया है।
इस गांव में टूरिज्म होमस्टे तैयार किए हैं इसके जरिए टूरिस्ट को ग्रामीण परिवेश से परिचित होने के साथ बुंदेलखंड की संस्कृति और सभ्यता नजदीक से जानने का अवसर मिलता है यह टूरिस्ट बुंदेलखंडी खान-पान के साथ-साथ समय पर भी आयोजित होने वाले लोकगीत और लोक नृत्य को भी काफी पसंद किया जाता है
यह गांव नही एमपी का स्वर्ग है

इस गांव में आने वाले टूरिस्ट गांव को स्वर्ग कहते हैं पर्यटकों का ऐसा कहना है कि यहां आकर उनके मन को बहुत खुशी मिलती है। यह गांव प्रकृति की गोद में बसा हुआ है इसके अलावा यह धर्म संस्कृति और पुरातन सभ्यता को भी संभाले हुए हैं ग्रामीण क्षेत्र के शांत और स्वच्छ वातावरण की तलाश में घूमने वाले लोगों को लाडपुरा अच्छा पर्यटन स्थल लगता है
रीवा संभाग के ये गांव चर्चित
रीवा संभाग की ऐसी कोई ग्राम पंचायत नहीं है जो मध्य प्रदेश के इन खूबसूरत और छोटे गांव का मुकाबला कर सके लेकिन कुछ गांव ऐसे हैं जो किसानी को लेकर रीवा संभाग में सबसे आगे हैं। रीठी, बर्रेही, और बेलवा गांव है जो अत्यधिक किसी के रूप में देखा जाता है इंटरनेट से मिली जानकारी के अनुसार यहां के किसान आत्धुनिक रूप से संपन्न माने गए हैं