वो क्रिकेटर जिसने आते ही टीम इंडिया में तहलका मचा दिया, वो कर दिखाया जो आज तक टीम इंडिया का कोई नहीं कर पाया, ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया, वो क्रिकेटर जिसके पिता ने उसे क्रिकेटर बनाने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी, जिसके कारण पिता को ताने सुनने पड़ते थे, लोग उसके पिता का अपमान करते थे, उनका अनादर करते थे, लेकिन जैसे ही बेटे को टीम इंडिया की जर्सी मिली तो पिता के आंसू बहने लगे

Criket news: टीम इंडिया में मचाया बबाल

. हम बात कर रहे हैं उस खिलाड़ी की जिसे भारत का नया हार्दिक पांड्या 2.0 कहा जा रहा है. अनसुनी कहानियों की इस कड़ी में कहानी ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में मुत्याला रेड्डी के घर जन्मे नीतीश रेड्डी का क्रिकेट सफर आसान नहीं था, हिंदुस्तान जिंक में काम करने वाले उनके पिता एक वक्त ऐसा भी आया जब पिता ने अपने बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए अपनी नौकरी तक छोड़ दी ।

उस घटना को याद करते हुए नीतीश कहते हैं कि जब पापा ने नौकरी छोड़ दी और उन्हें बिजनेस में घाटा हुआ तो लोगों का पापा के प्रति नजरिया बदल गया। वे पापा को ताने मारने लगे और उनका अपमान करने लगे। मैं यह सब बर्दाश्त नहीं कर सका। मैंने तय किया कि मैं तब तक कड़ी मेहनत करूंगा जब तक पापा के फैसले को सही साबित नहीं कर देता।

Criket news: नीतीश को मेहनत का मिला फल

फिर नीतीश ने खूब मेहनत की और टीन इंडिया तक पहुंचा। जब नीतीश को टीम इंडिया की कैप मिली तो उनके पिता की आंखों में आंसू आ गए। उनके पिता रोने लगे और भावुक हो गए। उस मौके को याद करते हुए नीतीश कहते हैं कि प्यार बड़ी मजेदार चीज होती है। आईपीएल के बाद वही लोग जो मेरे पापा को ताना मारते थे कि उन्होंने मेरे लिए अपना करियर दांव पर लगा दिया, पापा की तारीफ करने लगे कि उन्होंने सही फैसला लिया। मुझे याद है पापा। जब मेरा चयन भारतीय टीम में हुआ तो मैं भावुक हो गया था ।

नीतीश ने यह कर दिखाया जो टीम इंडिया की तरफ से आज तक कोई नहीं कर पाया दरअसल नीतीश ने अपने दो टी20 मैचों में ऐसा रिकॉर्ड बना दिया जो आज तक कोई भारतीय नहीं बना सका नीतीश टीम इंडिया की तरफ से एक टी20 क्रिकेट मैच में 70 से ज्यादा रन बनाने और एक ही मैच में दो विकेट लेने वाले पहले क्रिकेटर बन गए हैं ।

युवराज सिंह एक ही मैच में 70 से ज्यादा रन बनाने और दो विकेट लेने वाले पहले क्रिकेटर बने थे. हार्दिक जैसे ऑलराउंडर भी आज तक इस रिकॉर्ड को नहीं छू पाए हैं जो नीतीश कुमार रेड्डी ने अपने दूसरे मैच में बना दिया. एक नजर नीतीश के दिलचस्प सफर पर. नीतीश का जन्म आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में हुआ था. उनका पूरा नाम नीतीश कुमार रेड्डी है. 2023 में एसआरएस ने उन्हें 1 लाख रुपये के बेस प्राइस पर खरीदा था इन मैचों में उन्होंने करीब 143 की स्ट्राइक रेट से 303 रन ठोके.

इस दौरान उन्होंने दो और शतक लगाए और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 66 रन रहा. रेड्डी ने 20 प्रथम श्रेणी मैच भी खेले जिसमें उन्होंने एक शतक और दो अर्धशतकों की मदद से 627 रन बनाए. उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 54 विकेट भी लिए. कहते हैं हीरे की परख जौहरी ही करता है लेकिन नीतीश कुमार रेड्डी को परखने वाला SRH ही था और SRH ने ही एक तरह से उनके हुनर ​​को तराशा है. नीतीश ने खुद बताया कि कैसे आईपीएल में सन्स हैदराबाद के साथ उनके कार्यकाल ने उन्हें एक ऑलराउंडर के रूप में विकसित होने में मदद की.।

नीतीश कहते हैं कि शुरू में मुझे चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की उम्मीद नहीं थी. मुझे एक उचित ऑलराउंडर के रूप में देखा जा रहा था जो निचले क्रम में बल्लेबाजी कर सकता है लेकिन जब मैंने पंजाब के खिलाफ प्रदर्शन किया तो उन्होंने मुझ पर विश्वास किया और मुझे चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने को कहा. लेकिन मौका मिलते ही वक्त बहुत तेजी से बदलता है, कभी आप फर्श पर होते हैं तो कभी शिखर पर, जैसे नीतीश कुमार रेड्डी को आईएल 2023 में 20 लाख रुपये के बेस प्राइस पर खरीदा गया, फिर एक साल पहले उनकी कीमत सिर्फ 20 लाख रुपये थी और एक साल बाद जब आईएल 2024 बीत चुका है और वह अब टीम इंडिया में शामिल हो चुके हैं।

उनकी कीमत 20 लाख से सीधे 11 करोड़ हो गई है. ये गरीबी से अमीरी तक का सफर है. और ये अभी अमीरी भी नहीं है, ये अभी भी बहुत ऊंचा मुकाम है. आप ये कैसे कह सकते हैं कि उन्हें अभी तक खरीदा ही नहीं गया है? आपको बता दूं, असल में उनका बेस प्राइस 20 लाख था लेकिन अब वो टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं. वो अनकैप्ड प्लेयर से कैप्ड प्लेयर बन चुके हैं. और अगर उनकी टीम SRH उन्हें अब रिटेन करना चाहती है तो उन्हें उन्हें कम से कम 11 करोड़ देने होंगे.

और अगर वो ऑक्शन में जाते भी हैं तो उन्हें करोड़ों मिलेंगे क्योंकि वो बहुत अच्छे ऑलराउंडर हैं. तो इस वजह से नीतीश कुमार रेड्डी ने एक साल के अंदर 20 लाख से 11 करोड़ तक का सफर कैसे पूरा किया. आप ये देखकर उनसे प्रेरणा ले सकते हैं. बहुत कम लोग जानते हैं कि नीतीश कुमार रेड्डी विकेटकीपिंग, बैटिंग और बॉलिंग भी करते हैं. उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2020 में भी खेला। उन्होंने केरल के खिलाफ आंध्र प्रदेश के लिए पदार्पण किया, जिसका अर्थ है कि बहुत लंबा समय नहीं हुआ है, उन्हें राणजी ट्रॉफी में पदार्पण किए केवल चार साल हुए हैं। नितीश रेड्डी को 22 पीएसएल मैचों का अनुभव है और वह बल्लेबाजी, गेंदबाजी के साथ-साथ विकेट कीपिंग भी कर सकते हैं, जिसका अर्थ है कि वह तीन आयामी खिलाड़ी हैं। टीम इंडिया के नए तेज गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कर, रेड्डी को बता रहे हैं कि वह रेड्डी को कैसे एक बेहतरीन गेंदबाज बना रहे हैं। रेड्डी ने बताया कि कैसे उन्होंने गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कर से बातचीत में उन्हें गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने में मदद की।

नितीश कहते हैं कि मुझे वहां अपनी गेंदबाजी पर काम करना होगा। मैं और अधिक निरंतर होना चाहता हूं क्योंकि इससे मुझे एक अच्छे ऑलराउंडर के रूप में विकसित होने में मदद मिलेगी। वह एक बेहतरीन कोच हैं और मुझे काफी आत्मविश्वास देते हैं, इसलिए मैं उन्हें टीम में पाकर बहुत आभारी हूं। यहां की योजनाएं बहुत अलग हैं नीतीश कुमार रेड्डी ने अपनी ऑलराउंड क्षमता का श्रेय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर को भी दिया है।