Stamp Duty: देश के आठ बड़े शहरों में इस वर्ष के पहले 9 महीने यानी जनवरी - सितंबर में मकान की कीमतों में करीब 5 फ़ीसदी बढ़ गई है। लागत में वृद्धि और मकान की मजबूत मांग से कीमतों में बदलाव हुआ है

आवासीय संपति बिक्री में उछाल के कारण से चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में स्टांप और पंजीकरण शुल्क रूप में राजस्व संग्रह 35% से बढ़कर 948.47 अब पहुंच चुका है साल 2021 और 2022 कि अप्रैल सितंबर में देश के 27 राज्यों और केंद्र शासित राज्य जम्मू कश्मीर में स्टांप और पंजीकरण शुल्क के रूप में 701.21 अरब रूपए की कमाई कि गई थी।

अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022-23 की पहली छमाही में महाराष्ट्र को स्टांप और पंजीकरण शुल्क के रूप में सर्वाधिक 186 अरब रुपए की कमाई की थी यह आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष के समान अवधि 113 अरब रुपए से 65 % अधिक है। उत्तर प्रदेश इस मामले में 123.94 अरब रुपए के साथ दूसरे स्थान पर मौजूद है यह 2021-22 की समान अवधि के 93 अरब रुपए से 33% अधिक है।

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इन 11 राज्यों में 40 प्रतिशत वृद्धि stamp Duty

रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान 11 राज्यों के स्टांप एवं पंजीकरण शुल्क के रूप में कमाई 40% से अधिक बढ़ी है

ये राज्य हैं।

उड़ीसा महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ तेलंगाना उत्तराखंड राजस्थान मिजोरम हिमाचल प्रदेश सिक्किम मिजोरम के राजस्व में सबसे अधिक 104 फ़ीसदी की वृद्धि दर्ज की गई

महाराष्ट्र और यूपी फिर मध्य प्रदेश का स्थान

राज्य। कमाई। तेजी

तमिलनाडु। 86.62। 39 फीसदी

कर्नाटक। 82.29। 39 फीसदी

तेलंगाना। 72.12। 48 फीसदी

गुजरात। 62.76। 31 फीसदी

हरियाणा। 43.28। 23 फीसदी

आंध्र प्रदेश। 41.39। 22 फीसदी

मध्यप्रदेश। 40.62। 17 फीसदी

राजस्थान। 40.38। 42 फीसदी

बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है जहां गिरावट दर्ज की गई जिनकी कमाई 23 अरब रुपए से घटकर 6.31 अब रुपए हो गई

अगले साल प्रभावित होगा रियल एस्टेट उद्योग

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विस मुख्य अर्थशास्त्री निखिल गुप्ता के द्वारा अमर उजाला को बताया गया कि आवासीय रियल एस्टेट क्षेत्र में पिछले 18 से 24 महीने में शानदार प्रदर्शन था, हालांकि आने वाले तिमाही में क्षेत्र के विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा साल 2023 में रियल्टी उद्योग कुछ हद तक प्रभावित हो सकता है।