विंध्य के इस जिले में सरकार ने बनाया समुंद्र, सुंदर इतना कि घूमने का हो जाएगा मन, जानिए कहां है सरसी आइलैंड
आज जनकल्याण पर्व के अंतर्गत सरसी, जिला शहडोल में प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण "सरसी पर्यटन केन्द्र एवं आइलैंड रिसॉर्ट" का लोकार्पण किया। यह पर्यटन के वैश्विक मानचित्र पर मध्य प्रदेश की नई पहचान बनेगा।
विंध्य खूबसूरती में एक और इजाफा हो चुका है मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा शहडोल में 320.17 करोड रुपए की लागत से 40 विकास कार्यों का पूजन किया है। जिसमें ब्योहारी के सरसी आइलैंड रिसोर्ट शामिल है। यह आइलैंड विंध्य की खूबसूरती में और इजाफा करेगा साथ ही पर्यटक स्थल घोषित किया गया है। इससे पहले रीवा रतहरा तालाब का नाम था। लेकिन शहडोल में बने इस आइलैंड ने पूरे मध्य प्रदेश का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है।
31.68 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण
सीएम मोहन यादव आज ब्योहरी के सरसी आइलैंड रिजॉर्ट का लोकार्पण करने के बाद वह जनकल्याण पर्व में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 31. 68 करोड रुपए की लागत से 22 विभिन्न कार्यों का लोकार्पण किया साथ ही 320.70 करोड रुपए की लागत से 40 विकास कार्यों का भूमि पूजन भी किया है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लोक स्वास्थ्य यंत्रकी विभाग के 9.86 करोड रुपए की लागत से 17 कार्य मध्य प्रदेश सड़क विकास प्राधिकरण के 12.81 करोड रुपए की लागत से तीन विकास कर एवं कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग के लिए 9.01 करोड रुपए की लागत से दो विकास कार्य शामिल किए हैं।
करोड़ों रुपए की लागत से बना सरसी आइलैंड
14 दिसंबर को निर्मित सरसी आईलैंड रिजॉर्ट का उद्घाटन सीएम मोहन यादव ने किया शहडोल जिले में बाणसागर डैम के बैकवॉटर पर निर्मित यह रिजॉर्ट प्रदेश का प्रमुख पर्यटन स्थल बांधवगढ़ नेशनल पार्क और मैहर के समीप मौजूद है। यहां आने वाले पर्यटकों के लिए एक अनूठा अनुभव होगा। एक सर्किट परियोजना के अंतर्गत विकसित यह स्थल क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है करोड़ों रुपए की लागत से बना यह आइलैंड पूरे प्रदेश में चर्चा में है
CM बोले सरसी आइलैंड” अंडमान निकोबार से कम नहीं है….
मुख्यमंत्री मोहन यादव सरसी आयरलैंड का लोकार्पण करने के दौरान बोले कि हम एक – एक दिन पखवाड़ा मना करके जनकल्याण की नई सौगात हम देने जा रहे है। उन्होंने कहां कितना अच्छा लग रहा है सिरसा में बना बाणसागर डैम पर सरसी आइलैंड वह अंडमान निकोबार से कम नहीं है। मुझे इस बात का आनंद है कि वह इतना अदभुत बना है।