इस भक्त कि भक्ती देख खुद नतमस्तक हुए प्रेमानंद महाराज, जानिए कौन है? ये जो भगवान को 'सिर' में 35 साल से बैठाए हुए है
Premanand Maharaj News: कई बरसों से अपने ज्ञान और वक्तव्य वाणी से भक्तों में प्रकाश फैला रहे प्रेमानंद जी महाराज को आज पूरा देश जानता है। उनके दरबार में क्रिकेटर्स लेकर बॉलीवुड अभिनेता और राजनेता भी पहुंच चुके हैं। प्रेमानंद महाराज को लेकर कहा जाता है कि वह साक्षात कृष्ण के रूप में प्रकट हुए …

Premanand Maharaj News: कई बरसों से अपने ज्ञान और वक्तव्य वाणी से भक्तों में प्रकाश फैला रहे प्रेमानंद जी महाराज को आज पूरा देश जानता है। उनके दरबार में क्रिकेटर्स लेकर बॉलीवुड अभिनेता और राजनेता भी पहुंच चुके हैं। प्रेमानंद महाराज को लेकर कहा जाता है कि वह साक्षात कृष्ण के रूप में प्रकट हुए हैं। 18 वर्षों से दोनों किडनियां खराब है फिर भी स्वस्थ रूप से भक्तों के बीच ज्ञान का प्रकाशमान कर रहे है। लेकिन उनके दरबार में एक ऐसा भक्त पहुंचा जिसकी तपस्या और भक्ती देख वह काफी प्रसन्न हुए और खुद को भाग्यशाली कहा.. तो आईए जानते है वह कौन सा भक्त है।
35 सालों से ठाकुर जी सर पर है विराजमान
दरअसल, महाराष्ट्र के तुकाराम ने एक प्रतिज्ञा ली थी उस प्रतिज्ञा के मुताबिक वह 35 वर्षों से भगवान कि चरण पादुका ,भागवत और बिट्ठल भगवान माता रुक्मणि के साथ अपने सिर पर बैठाए हुए है। ताकुराम 300 किलोमीटर ऐसे ही पंडलपुरी यात्रा कर चुके हैं। 35 वर्षों से इस भक्ति को देख प्रेमानंद महाराज बहुत प्रसन्न हुए और कहा कि आपने मुझे कृतार्थ कर दिया है। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है आपकी रोम रोम में भगवान बसे हैं।
आपकी बहुत कृपा जो आके दर्शन दिया
प्रेमानंद महाराज भक्त की भक्ति देख काफी प्रसन्न हुए उन्होंने कहा कि ऐसे भक्त बहुत कम देखने को मिलते हैं आप जब से यहां आए हुए हैं मेरा आकर्षण आपकी तरफ ही जा रहा है। आप कि भक्ति ने मुझे कृतार्थ कर दिया है मैं बहुत भाग्यशाली हूं। जो ऐसे महा संतों का दर्शन करने को मिलता है। आपकी बहुत कृपा जो यहां आकर आपने दर्शन दिया है।
इनके रोम रोम में बिट्ठल बसे है।
तुकाराम ने प्रेमानंद जी महाराज की तरफ हाथ जोड़ते हुए कहा कि आपके दर्शन होने से मैं धन्य हो गया। प्रेमानंद जी महाराज कहते है कि आपकी भक्ति देख में धन्य हो चुका हूं आपकी दृष्टि में भगवान विट्ठल बसे हैं आपके रोम रोम में तुकाराम भगवान है। उन्होंने कहा कि उनके दर्शन ही दुर्लभ है। कृपा है कि संत यहां आकर हमें दर्शन दिए हैं।
यह वीडियो यूट्यूब से लिया गया है.