मझौली, जिला सीधी — विकास की बयार एक बार फिर मझौली क्षेत्र में बहती दिखी, जब प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि एक ही मंच पर एकत्र हुए। यह आयोजन न केवल सरकारी योजनाओं की समीक्षा का माध्यम बना, बल्कि जनता और सरकार के बीच संवाद की एक मजबूत कड़ी भी साबित हुआ। गांव, जनपद और जिले से आए लोग इस बात के गवाह बने कि जब जनप्रतिनिधि और अधिकारी एकजुट होते हैं, तो क्षेत्र का भविष्य उज्ज्वल होता है।

उपस्थिति ने दर्शाया जन-प्रतिनिधित्व और प्रशासन की ताकत

इस आयोजन में कई प्रतिष्ठित चेहरे मौजूद रहे। मझौली की कर्मठ और लोकप्रिय जनप्रतिनिधि सुनैना सिंह की उपस्थिति ने लोगों में विश्वास जगाया कि जनसेवा को सर्वोपरि मानने वाले नेता आज भी समाज में सक्रिय हैं।

इसके साथ ही जनपद उपाध्यक्ष सुमन सिंह, जिला पंचायत सदस्य प्रदीप शुक्ला, मनोज सिंह, कृष्णलाल पयासी, पूजा सिंह कुशराम, हीराबाई सिंह, सरस्वती बहेलिया, और सुमन कोल जैसे अनुभवी प्रतिनिधियों ने सभा को नई दिशा दी।

गणमान्य नागरिकों में देव कुमार सिंह और लाल चन्द गुप्ता जैसे वरिष्ठ समाजसेवियों की उपस्थिति ने आयोजन को गरिमा प्रदान की। ये सभी जनप्रतिनिधि ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय और शिक्षा जैसे अहम मुद्दों को लेकर प्रतिबद्ध दिखाई दिए।

प्रशासनिक मशीनरी की सक्रिय भागीदारी

प्रशासनिक स्तर पर पुलिस अधीक्षक डॉ. रविन्द्र वर्मा ने कानून व्यवस्था और जनसुरक्षा को लेकर भरोसा दिलाया। वहीं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत अंशुमन राज ने ग्रामीण विकास योजनाओं की प्रगति पर प्रकाश डाला।

उपखण्ड अधिकारी नीलेश शर्मा, अतिरिक्त सीईओ धनंजय मिश्रा, और जनपद सीईओ अशोक तिवारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मंच पर उपस्थित रहे और उन्होंने योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा की।

जनता से सीधा संवाद: मुद्दे और समाधान

सभा का एक प्रमुख आकर्षण वह क्षण था, जब जनता को खुलकर अपनी बात रखने का अवसर मिला। ग्रामीणों ने जल संकट, सड़क मरम्मत, शिक्षा सुविधाएं, चिकित्सा सेवाएं और किसान हितों से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए।

अधिकारियों ने तत्परता से समाधान का आश्वासन देते हुए बताया कि कई परियोजनाएं पहले से प्रगति पर हैं और शेष समस्याओं के लिए शीघ्र योजनाबद्ध कार्य शुरू किया जाएगा।

मुख्य सीईओ अंशुमन राज ने मंच से कहा,

“हमारा लक्ष्य केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि ज़मीन पर उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है। जनता का विश्वास हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।”

विकास का नया एजेंडा

सभा में आने वाले समय के लिए एक विकास एजेंडा भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें निम्नलिखित बिंदुओं पर ज़ोर दिया गया:

ग्रामीण इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति में सुधार

हर गांव तक पक्की सड़क और बिजली पहुंचाना

रोजगार मूलक योजनाओं का विस्तार

महिलाओं के लिए स्वरोजगार प्रशिक्षण

किसान हितैषी योजनाओं का विस्तार

जनप्रतिनिधियों ने बताया कि इस दिशा में जिला प्रशासन से समन्वय बनाकर तेजी से कार्य किया जाएगा।

एकता और सहयोग का संदेश

यह आयोजन सिर्फ एक सभा नहीं थी, बल्कि समाज के हर वर्ग को यह संदेश देने का माध्यम बनी कि जनसेवा के लिए सभी एकजुट हैं। मंच पर मौजूद हर व्यक्ति, चाहे वह जनप्रतिनिधि हो या अधिकारी, एक ही लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध दिखाई दिया — जनहित और क्षेत्रीय विकास।

सभा के समापन पर सबने मिलकर यह संकल्प लिया कि मझौली को एक आदर्श जनपद बनाया जाएगा, जहां हर व्यक्ति को न्याय, सुविधा और अवसर मिले।