रीवा में उगा कश्मीर का सेब: अब 45 डिग्री तापमान में भी होगी बंपर पैदावार!
अब रीवा वालों को कश्मीर के सेब का स्वाद अपने ही गांव में मिलेगा – ताजे, रसीले और घर के बगीचे से!

रीवा के ढिया गांव में अब सेब की बंपर फसल देखी जा रही है, और यह मुमकिन हुआ है सेब की एक नई उन्नत किस्म ‘हरमन 99’ की वजह से। यह खास वैरायटी 44 से 45 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में भी बेहतरीन पैदावार देती है।
रीवा के किसान दिलीप नामदेव ने हिमाचल की यात्रा के दौरान इस वैरायटी की जानकारी ली और वहां से कुछ पौधे अपने गांव लेकर आए। उन्होंने जब इन्हें अपने खेत में लगाया, तो कुछ ही सालों में पेड़ फल देने लगे और अब तो हर पेड़ 50 से 60 किलो तक सेब दे रहा है।
यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में आमतौर पर सेब की खेती कश्मीर और हिमाचल जैसे ठंडे इलाकों में ही होती है।
लेकिन हरमन 99 की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि यदि सही तकनीक और जानकारी के साथ खेती की जाए, तो गरम क्षेत्रों में भी सेब उगाए जा सकते हैं।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने भी रीवा के किसानों से इस वैरायटी को अपनाने की अपील की है, ताकि क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को और सशक्त किया जा सके।
रीवा का यह प्रयोग अब प्रेरणा बन रहा है। यहां अब सेब के साथ-साथ नींबू, मौसमी, चीकू और नाशपाती जैसे फल भी उगाए जा रहे हैं। यह साबित करता है कि यदि किसानों को सही जानकारी, मेहनत और वैज्ञानिक सलाह मिले, तो वो असंभव को भी संभव बना सकते हैं।
रीवा का यह प्रयास ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ योजना के तहत फल उत्पादन के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर सकता है।