रीवा जिले के आबकारी विभाग के अधिकारी अनिल जैन की दबंगई का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे मध्य प्रदेश सरकार की पसंदीदा वरिष्ठ पत्रकार बबली सिंह के साथ गाली-गलौज और अभद्र भाषा का प्रयोग करते नजर आ रहे हैं। पत्रकार बबली सिंह की शिकायत पर सिविल लाइंस थाना प्रभारी कमलेश साहू ने वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर आगे की कार्रवाई की बात कही है।

यह घटना न केवल पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर हमला है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कुछ प्रशासनिक अधिकारी अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं। जिस पत्रकारिता ने देश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई, आज वही पत्रकार सत्ताधारी ताकतों के निशाने पर हैं।

क्या यह लोकतंत्र की आत्मा पर हमला नहीं है?

ऐसे में अन्याय और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ आवाज उठाने का समय आ गया है! अगर एक ईमानदार पत्रकार को सच उजागर करने के लिए अपमान सहने के लिए मजबूर होना पड़ता है, तो यह सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि पूरे लोकतंत्र पर हमला है।

हालांकि इस पूरे मामले में पत्रकारों द्वारा रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल से भी शिकायत की गई है। रीवा कलेक्टर ने कहा है कि मामले को गंभीरता से लिया जाएगा और तुरंत कार्रवाई की जाएगी। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन और पुलिस आबकारी अधिकारी के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले देहात में शराब जब्त की गई थी, जिसकी जानकारी लेने के लिए पत्रकार बबली सिंह आबकारी कार्यालय पहुंची थीं, जहां पहले आबकारी अधिकारी के खिलाफ EOW द्वारा भ्रष्टाचार की जांच की गई थी, जिस पर मामला दर्ज होने के बाद आबकारी आयुक्त बबली सिंह को देखकर भड़क गईं और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया।