Rewa News: रीवा के इस युवा ने बनाया विश्व रिकॉर्ड, ऐसी अनोखी कला कि हो जायेंगे कायल, आंखों में पट्टी बाध कर जो चाहो वो लिखवा लो
Rewa News Today: रीवा के विकास त्रिपाठी में अद्भुत कला है वह आंखों पर पट्टी बांधकर केवल 3.62 मिली सेकंड में A से लेकर z तक की अल्फाबेट कंप्यूटर पर टाइपिंग कर इतिहास रच दिए है। Assist Book off World Record" और "India Book off World Record" में उनका नाम दर्ज किया गया है।
अजब मध्य प्रदेश की गजब बातों में एक बार फिर रीवा ने महारत हासिल कर ली है। रीवा एक ऐसा जिला है जहां अनोखी चीज सबसे पहले देखने को मिलती हैं। बच्चे हो या जवान यहां गजब का हुनर पाया जाता है। ऐसा ही एक हिडेन टैलेंट सामने उभरकर आया है। आज हम बात करेंगे रीवा जिले के रहने वाले 30 वर्षीय युवा जिसे कुछ ऐसा गजब कारनामा किया है जिसे देख हर कोई दंग रह गया
रीवा के रहने वाले विकास त्रिपाठी इतनी तेज टाइपिंग कि है। पलक झपकते A से लेकर Z तक हर एक शब्द के बाद स्पेस के साथ अल्फाबेट टाइपिंग कर लेते हैं। विकास के टाइपिंग करने का अंदाज अलग है वह आंखों पर पट्टी बांधकर ऐसा कारनामा कर लेते हैं। जिसे देखने के बाद अपनी खुली आंखों पर यकीन नहीं होता।
एसिस्ट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज
विकास की इस अनोखे कारनामे को देख एसिस्ट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनका नाम दर्ज किया गया है। विकास कंप्यूटर टाइपिंग करने में इतने पक्के हैं की आंखों पर वह काली पट्टी बांधकर केवल 3.62 मिली सेकंड में A से लेकर Z की अल्फाबेट टाइपिंग करके एक अनोखा इतिहास रख दिया है। जिसके कारण उनका नाम अशिष्ट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। उनके इस हुनर को देखकर हर कोई हैरान हो गया है कि कोई आंखों पर पट्टी बांधकर कंप्यूटर पर सही टाइपिंग कैसे कर सकता है।
पिता से मिला ज्ञान बनाया रिकॉर्ड
विकास त्रिपाठी रीवा के रतहरा के वार्ड नंबर 15 के निवासी हैं। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई अपने शहर में की जिसके बाद आगे की पढ़ाई विकास बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी भोपाल से की विकास के पिता कोर्ट में पदस्थ हैं और वह बचपन से ही अपने पिता को टाइपिंग करते देख प्रेरित हुऐ है। अपने पिता से सीखी कला से आज विकास का नाम दुनिया में दर्ज किया गया है।
इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड क्या है?
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स भारत में असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए एक प्रतिष्ठित मंच है। यह व्यक्तियों, समूहों या संगठनों द्वारा की गई उपलब्धियों को दर्ज करता है। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के माध्यम से लोग अपनी प्रतिभा और कौशल को दुनिया के सामने प्रदर्शित कर सकते हैं।
गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड क्या है
गुगल से मिली जानकारी अनुसार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स दुनिया की सबसे बड़ी उपलब्धियों का दस्तावेज है। यह एक संदर्भ पुस्तक है जिसमें मानव उपलब्धि और प्राकृतिक दुनिया की चरम सीमाओं से संबंधित विश्व रिकॉर्ड शामिल हैं। यह पुस्तक हर साल प्रकाशित होती है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की कुछ खास बातें: गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की शुरुआत दो जुड़वां भाइयों नोरिस और रॉस मैकविर्टर ने की थी। इसकी शुरुआत 27 अगस्त, 1955 को हुई थी। साल 2000 तक इसे गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के नाम से जाना जाता था।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली कॉपीराइट वाली पुस्तक श्रृंखला है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स रिकॉर्ड बनाने और तोड़ने की प्रामाणिकता की पुष्टि करता है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स किताबों की बिक्री, टेलीविजन लाइसेंसिंग, मर्चेंडाइज, कॉर्पोरेट कंसल्टेंसी, रिकॉर्ड सत्यापन सेवाओं और प्रायोजनों से राजस्व उत्पन्न करता है।