रीवा वासियों के लिए खुशखबरी! मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी देश के दूसरे स्थान पर, आए 650 नए मेहमान - Rewa News
Rewa News: मध्य प्रदेश के रीवा वाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर को अब सफेद शेरों के साथ वॉक इन एवियरी के लिए भी जाना जाएगा, यानी ऐसी बड़ी जगह जहां आपको विदेशी चिड़ियों को भी देख सकेंगे साथ ही उनके बारे में आप जानकारी भी हासिल कर सकते हैं। यह मध्य प्रदेश का पहला और देश …

Rewa News: मध्य प्रदेश के रीवा वाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर को अब सफेद शेरों के साथ वॉक इन एवियरी के लिए भी जाना जाएगा, यानी ऐसी बड़ी जगह जहां आपको विदेशी चिड़ियों को भी देख सकेंगे साथ ही उनके बारे में आप जानकारी भी हासिल कर सकते हैं। यह मध्य प्रदेश का पहला और देश का दूसरा वॉक इन एवियरी है। 7 सितंबर को इसकी शुरुआत हुई, राज्य के अलावा देश में गुजरात के केवड़िया वॉक इन एवियरी है।
मुकुंदपुर में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया और यूरोप के 19 प्रजातियों के 650 पक्षियों को लाया गया है एक प्रजाति तो ऐसा है जिसका दिमाग 3 साल के बच्चे के बराबर सीखने समझने जैसा है। इस प्रोजेक्ट में करीब 3 करोड़ 49 लाख रुपए खर्च किए गए हैं इस प्रोजेक्ट के लिए विंध्य को ही चुना गया है विदेशी पक्षी यहां कैसे समाज करेंगे। इसकी जांच की जा रही है..
इस प्रोजेक्ट के लिए विंध्य को चुना गया Rewa News
सतना के डीएफओ विपिन पटेल के द्वारा बताया गया कि मुकुंदपुर को इसीलिए चुना गया क्योंकि यहां पर्यटन की बड़ी संभावनाएं हैं यहां बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से भी पर्यटक पहुंचते हैं। विंध्य क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देना भी इसका मकसद है। मुकुंदपुर वॉक इन एवियरी बनाने की प्लानिंग पिछले दो वर्षों से हो रही थी
मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में आए 19 प्रजातियों के पक्षी
रेनबो लोरिकनेट, सन कन्योर, ब्लैक स्वान, ब्लो गोल्ड मकाऊ, ग्रैंड एलेक्स, कॉकटेल, डायमंड डव, वुड डक, फिंच, लेडी एम हर्ट्स, लव बर्ड, ग्रीन चिक्ड कन्यौर, ब्लैक कैप्ड , अफ्रीकन ग्रे तोता, ब्लू इरर्ड फिजेंट, सिल्वर फिजेंट, रीव्स फिजेंट, गोल्डन फिजेंट, जैसे पक्षियों का यहां बसेरा रहेगा।
वाइट टाइगर सफारी का इतिहास
मार्तंड सिंह जूदेव वाइट टाइगर सफारी और चिड़िया घर को मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी के नाम से जाना जाता है संभाग के सतना जिले के मुकुंदपुर स्थित है यहां जीव जंतुओं की 40 दुर्लभ प्रजातियां मौजूद है। 60 से अधिक दूसरे प्रजातियों के भी जानवर हैं हां मौजूद हैं जून 2015 में इस जो की स्थापना की गई अप्रैल 2016 में इसे लोगों के लिए खोला गया था
यहां कैसे पहुंचें, कितनी फीस लगेगी
रीवा शहर से मुकुंदपुर की दूरी महज 15 किलोमीटर है रीवा से तमरा गांव होकर सड़क मार्ग से मुकुंदपुर जाया जा सकता है। चोरह़टा और निपानिया मार्ग से मुकुंदपुर के लिए सड़क रीवा के लिए ट्रेन और और रोड कनेक्टिविटी शानदार है भोपाल दिल्ली से रीवा के लिए कई ट्रेन मौजूद हैं भोपाल और जबलपुर से रीवा के लिए सिक्स सीटर प्लान भी अवेलेबल है।