Ceo kand: रीवा सिरमौर जनपद के तत्कालीन CEO सुरेश मिश्रा सिरमौर कांड के बाद अब छतरपुर में विवादों में घिर गए उनके खिलाफ अब भीम आर्मी ने कमर कस ली है बड़ामलहरा में भीम आर्मी ने एकत्रित होकर लगभग 500 से ज्यादा की संख्या में लोग सड़क पर उतरे थे और बड़ा मलहरा के जनपद सीईओ सुरेश कुमार मिश्रा के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन करते हुए ceo का पुतला फूंका है इसके बाद कलेक्टर के नाम का व एसपी को कार्रवाई करने हेतु ज्ञापन सोपा है ।

Ceo kand: Ceo सुरेश मिश्रा पर लगा था जाति सूचक शब्द व गाली गलौज का आरोप

छतरपुर जिला मुख्यालय में बिगत दिन जनपद पंचायत बड़ा मलहरा के उपाध्यक्ष सहित दर्जन भर लोग जिला छतरपुर के जनपद बड़ा मलहरा में पदस्थ CEO सुरेश मिश्रा के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए SP को ज्ञापन सौपा था आरोप है कि जनपद पंचायत बड़ामलहरा के CEO सुरेश कुमार मिश्रा द्वारा उनके साथ बदसलूकी और मारपीट गई हैं ।

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Ceo kand: Ceo के खिलाफ एसपी से हो चुकी शिकायत

यूट्यूब से लिया गया है

जनपद ceo सुरेश मिश्रा पर उपाध्यक्ष सहित आधा दर्जन लोगों ने एसपी से लिखित शिकायत बीते दिन पहले करते हुए बताया कि CEO सुरेश मिश्रा द्वारा जाति सूचक गाली गलौज एवं मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया है मामले की शिकायत लिखित रूप से थाने में की जा चुकी है मगर पुलिस ने अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की है ।

Ceo kand: जानकारी मागने पर भड़के थे CEO

मिली जानकारी के मुताबिक छन्नू लाल जो जनपद पंचायत बड़ा मलहरा में उपाध्यक्ष के पद पर पदस्थ हैं विगत 29 जुलाई की शाम एक सचिव की शिकायत की जानकारी लेने के लिए जनपद सीईओ के बंगला पर गए हुए थे शिकायत की जानकारी मांगी गई तो सुरेश मिश्रा भड़क गए और जनपद उपाध्यक्ष को भला बुरा कहते हुए जाति सूचक गालियां देने का आरोप है।

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भीम आर्मी सड़क पर उतरी फूका पुतला

बड़ा मलहरा जनपद पंचायत ceo के विवाद के बाद भीम आर्मी सड़क पर उतर आया है और सड़कों पर पैदल चलते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय में पहुंचकर तहसीलदार को लिखित शिकायत कलेक्टर ने नाम की दी है और बड़ा मल्हरा जनपद के सीईओ सुरेश मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
साथ ही ceo मड़ामलहरा sk mishra का पुतला भी सड़क में दहन किया गया है आपको बता दे कि शनिवार को जिला मुख्यालय पर भीम आर्मी के कई बड़े पदाधिकारी सीईओ का पुतला जलाते हुए नारेबाजी भी किए हैं भीम आर्मी ने जिला प्रशासन और पुलिस को चेतावनी दी है कि अगर 8 दिन के अंदर उपाध्यक्ष को न्याय नहीं मिलता है तो भीम आर्मी उग्र आंदोलन करेगी जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।