रीवा संजय गांधी हॉस्पिटल में मच गया हड़कंप,5 प्रसूताओं की चली गई याददाश्त,अस्पताल की लापरवाही आई सामने
Rewa News: रीवा के संजय गांधी अस्पताल में एक गंभीर चिकित्सा लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां ऑपरेशन के बाद पांच प्रसूताओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इनमें से दो महिलाओं की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। Rewa News कैसे हुआ यह हादसा? शुक्रवार को अस्पताल में पांच महिलाओं की डिलीवरी ऑपरेशन …

Rewa News: रीवा के संजय गांधी अस्पताल में एक गंभीर चिकित्सा लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां ऑपरेशन के बाद पांच प्रसूताओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इनमें से दो महिलाओं की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
Rewa News कैसे हुआ यह हादसा?
शुक्रवार को अस्पताल में पांच महिलाओं की डिलीवरी ऑपरेशन के माध्यम से कराई गई। शुरुआत में सबकुछ सामान्य था, लेकिन शनिवार सुबह तक सभी महिलाएं बेसुध हो गईं। इनमें से कुछ की याददाश्त तक प्रभावित हो गई, जिससे परिजन घबरा गए।
Rewa News परिजनों की व्यथा: इलाज के लिए आए थे, अब जान बचाने की जद्दोजहद
परिजन इस लापरवाही से बेहद आक्रोशित हैं। पन्ना से अपनी पत्नी को इलाज के लिए लाए शाहिद अली ने कहा, "हम अच्छे इलाज की उम्मीद में रीवा आए थे, लेकिन यहां तो जान पर बन आई। ऑपरेशन से पहले पत्नी बिल्कुल स्वस्थ थी, लेकिन अब वह किसी को पहचान भी नहीं पा रही।"
एक अन्य पीड़ित महिला के पति अंबुज गुप्ता ने बताया, "डिलीवरी से पहले मेरी पत्नी लक्ष्मी गुप्ता ठीक थी, लेकिन ऑपरेशन के बाद उसे दी गई दवाओं के कारण उसकी याददाश्त चली गई। डॉक्टरों ने गलती तो मान ली, लेकिन मेरी पत्नी को अब कौन ठीक करेगा। Rewa News
डॉक्टरों की सफाई और प्रशासन की प्रतिक्रिया
अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. राहुल मिश्रा ने बताया कि "संभावना है कि यह स्थिति किसी विशेष एनेस्थेटिक इंजेक्शन के कारण हुई हो। फिलहाल इस इंजेक्शन का उपयोग रोक दिया गया है और महिलाओं के इलाज की पूरी कोशिश की जा रही है। Rewa News
राजनीतिक विवाद और प्रशासन पर सवाल
इस घटना के बाद प्रदेश में राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष कविता पांडे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "यह कैसा स्वास्थ्य तंत्र है, जहां गर्भवती महिलाओं की जिंदगी खतरे में डाल दी जाती है? सरकारी अस्पतालों में लापरवाही चरम पर है और स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो चुकी हैं। Rewa News
अस्पताल प्रबंधन का दावा: स्थिति नियंत्रण में
शनिवार शाम को जब मीडिया टीम अस्पताल पहुंची तो स्टाफ ने दावा किया कि सभी महिलाओं की हालत में सुधार हो रहा है। अस्पताल में मिठाई भी बांटी गई, लेकिन परिजनों की आंखों में अभी भी डर साफ झलक रहा था। रीवा के सरकारी अस्पताल में हुई यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत को उजागर करती है। इस मामले की गहराई से जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।