Rewa News: रीवा जिले के कई गांव में अभी तक मुखी धाम नहीं बना है, जिसकी वजह से किसी की मृत्यु के बाद इन गांव में अंतिम संस्कार को लेकर काफी परेशानियों का सामना लोगों को करना पड़ता है। कई बार ऐसा होता है कि जिनकी जमीन घर से दूर होती है, उनको अपने परिजन का अंतिम संस्कार करने में काफी परेशानियों का सामना करते देखा गया है।

आपको बता दे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में एक बड़ी आबादी है जिसके पास केवल उतनी ही जमीन मौजूद है जिनमें उनके घर बने हुए हैं। ऐसे में वह लोग अपने परिजन की मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार के लिए दूसरे जमीन पर निर्भर रहते हैं या सरकारी जमीन पर करते हैं।

कलेक्टर ने संज्ञान में लिया मामला

आपको बता दी इस पूरे मामले में रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने अब मामला अपने संज्ञान में लिया है, जानकारी के मुताबिक जिले में अभी ऐसी कई ग्राम पंचायती मौजूद हैं। जहां पर मुक्ति धाम नहीं बना है, जिस वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है हाल हि का एक मामला बहुरी बांध गांव से आया था।

गांव की रतिया साकेत नाम की महिला की मृत्यु के बाद परिजन उसे अंतिम संस्कार के लिए ले गए तो वहां मौजूद व्यक्ति ने अपने निजी जमीन पर अंतिम संस्कार ना करने को कहा, जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने सड़क पर ही शव रखकर चक्काजाम कर दिया था।

प्रतिभा पाल ने कहा कि ?

इस मामले को संज्ञान में लेते हुए रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने 9 अक्टूबर को कहा कि जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत में मुक्तिधाम निर्माण के निर्देश दिए गए हैं, मनरेगा के अंतर्गत भी मुक्तिधाम के निर्माण किया जा सकते हैं,।

जिन भी गांव में मुक्तिधाम अभी जमीन या अन्य किसी समस्या की वजह से नहीं बने हुए हैं। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने जल्द से जल्द जी गांव में मुक्तिधाम नहीं बनाए गए हैं। वहां ग्राम पंचायत को निर्देशित किया है कि जल्द से जल्द मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत मुक्तिधाम का निर्माण कराए।