Sadhwi Harsha Richaria: महाकुंभ में वायरल हुईं हर्षा रिछारिया एंकरिंग और मॉडलिंग के दौरान भी लगातार अपने वीडियो के जरिए लोगों को सनातन धर्म और आध्यात्म के बारे में बताती रही हैं। आज इंस्टाग्राम पर उनके दस लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

दस बार केदारनाथ और चार बार बद्रीनाथ धाम की यात्रा कर चुकीं हर्षा महाकुंभ में आते ही सबसे चर्चित चेहरा बन गई हैं। निरंजनी अखाड़े की पेशवाई के दौरान साध्वी के वेश में उनका वीडियो वायरल हुआ और उन्हें सबसे खूबसूरत साध्वी का टैग भी मिला।

क्या ये सब किसी रणनीति का हिस्सा है? क्या वो ये सब करने के बाद बिग बॉस में जाना चाहती हैं? इन सभी सवालों के जवाब हर्षा ने पॉडकास्ट में दिए हैं।न्यूस्कोप के पॉडकास्ट में जब सगुन त्यागी ने हर्षा से पूछा कि बतौर होस्ट, एक्ट्रेस और एंकर इन सबके बीच केदारनाथ के बारे में बताएं।

लगातार धर्म पर वीडियो बनाना, सनातन धर्म का प्रचार करना, बार-बार केदारनाथ जाना, फिर गुरुदेव की शरण में जाना, फिर महाकुंभ में आना, जुलूस में शामिल होना और इस तरह मशहूर होना, क्या ये सब एक रणनीति का हिस्सा नहीं है? इस पर हर्षा ने कहा कि मैं इन सब चीजों के लिए बहुत आभारी हूं।

कहा कि मुझे लग रहा है कि महादेव मेरे लिए एक के बाद एक रास्ते बना रहे हैं और मैं उन पर चल रही हूं। पिछले दो-तीन दिनों में मेरे साथ जो कुछ हुआ है, अगर मैं कोई होती तो इस लेबल पर ऐसा सोचती भी नहीं। कोई कोशिश भी करता तो ऐसा नहीं होता।

मैं इस लेबल पर चीजों को नहीं ले पाती। नाम के आगे छोटा सा टैग लगा देना और उसी के चलते पूरे भारत में वायरल कर देना। गूगल, यूट्यूब पर टॉप ट्रेंडिंग में ले आना। उनको क्या कहूं, समझ में नहीं आ रहा। इस पर जब रिपोर्टर ने कहा कि फिर तो आपके सामने बिग बॉस और बिग बॉस ओटीटी में जाने के रास्ते खुल गए।

इस पर हर्षा ने कहा कि मैं लड़ाई-झगड़ों में नहीं पड़ना चाहती। मैं शांति की तलाश में घूम रही हूं। महाकुंभ के बाद जीवन में आने वाले बदलाव और भविष्य को लेकर हर्षा ने साफ कहा कि मैं लाइमलाइट से दूर साध्वी बनना चाहूंगी। इसके लिए मैंने गुरुदेव से तीन

बार निवेदन किया है। इस बात को लेकर उनसे डांट भी पड़ी है। इसके बाद भी मैं साध्वी के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहूंगी। हर्षा ने कहा कि इस समय सबकी निगाहें मुझ पर हैं, क्योंकि एक ही सवाल पूछा जा रहा है कि इस उम्र में आप ऐसा क्यों कर रही हैं।

मैं सभी को समझा रही हूं कि इसके लिए कोई उम्र नहीं होती। मैं उनसे कहना चाहती हूं कि मैं अपनी उम्र के सभी लोगों को इस मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना चाहती हूं।