Rewa sansad vairal video: इंजीनियरिंग कॉलेज की हीरक जयंती पर सांसद जनार्दन मिश्रा ने कहा कि भविष्य में बच्चे ऑनलाइन पैदा होंगे,,,पता नहीं वे फौलाद के होंगे या कठोर मांस के,,,पति-पत्नी मोबाइल पर प्यार करते हैं और आहें भरते हैं
रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा एक बार फिर अपने बयान से चर्चा में हैं,,सांसद जनार्दन मिश्रा ने मंच से कहा कि अब शादियां ऑनलाइन होती हैं, बच्चे भी ऑनलाइन पैदा होंगे,, वे फौलाद के पैदा होंगे या मांस-मज्जा के, यह विचारणीय विषय है,,,दरअसल रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज आज 60 वर्ष पूरे होने पर हीरक जयंती समारोह मना रहा था,,,कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल मंगू भाई पटेल, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार मौजूद थे।
इस दौरान सांसद जनार्दन मिश्रा ने अपने भाषण के दौरान कहा कि क्या आज से 60 साल बाद छात्र-छात्राएं छात्र बनकर इकट्ठा होंगे, क्या प्रोफेसर और प्रिंसिपल एआई होंगे, इंसान होंगे या मशीन, ये सवाल मेरे मन में गूंज रहा है,,, जब पति-पत्नी बिस्तर पर लेटते हैं तो एक का मुंह दक्षिण की ओर और दूसरे का उत्तर की ओर होता है, वो मोबाइल के जरिए प्यार करते हैं और उसमें आहें भरते हैं,,,, ये आपकी बनाई हुई मशीन है जिसने पति-पत्नी को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा कर दिया है,,, लोग ऑनलाइन शादी करने लगे हैं, 50-60 साल बाद बच्चा ऑनलाइन पैदा होगा, ये सोचना होगा कि वो स्टील का बच्चा होगा या हाड़ मांस का बच्चा होगा,,, उन्होंने कहा कि विज्ञान के सामने सबसे बड़ी चुनौती सामाजिक जीवन को बनाए रखना होगा।
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रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज की 60वीं वर्षगांठ पर भाजपा सांसद ने किया भविष्य के 60 वर्षों का चिंतन, बोले कॉलेज में छात्र बनकर मनुष्य बैठेंगे या मशीन, ऑनलाइन शादियों से अब ऑनलाइन ही होंगे बच्चे
रीवा। शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय इन दिनों अपनी 60 वीं वर्षगांठ मना रहा है जिसके लिए महाविद्यालय में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन हो रहा तथा महाविद्यालय में आयोजित समारोहों में शनिवार को समारोह के दूसरे दिन मध्य प्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने भी शिरकत किया जिसमें उन्होंने 60वीं वर्षगांठ यानी महाविद्यालय के हीरक जयंती समारोह का फीता काट उद्घाटन किया इस दौरान कार्यक्रम में उद्वोधन देते रीवा संसदीय क्षेत्र के भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा ने कुछ ऐसी बातें कह दी जिसे सुन समारोह में उपस्थित तमाम लोग भौचक्का रह गए वही राजपाल मंगु भाई पटेल भी सांसद की चिंताजनक बातों को सुन दंग हो गए दरअसल इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित समारोह में तकनीकी से जुड़े तमाम लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है इस दौरान जब सांसद जनार्दन मिश्रा कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए मंच में पहुंचे तो उन्होंने अपना उद्वोधन शुरू कर भविष्य के 60 वर्षों का चिंतन शुरू कर दिया और कहा कि तकनीकियों के बढ़ने से अब सभी काम ऑनलाइन होने लगे है|
जिसे देखकर लगता है कि अभी तो हम इस महाविद्यालय की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं परंतु भविष्य में आने वाले 60 सालों में कहीं ऐसा न हो कि विद्यार्थियों और शिक्षार्थियों की जगह मशीनों के द्वारा इस तरह का कार्यक्रम किया जाए। जिसके बाद सांसद की बयानबाजी का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
मंच से बयान देते हुए सांसद जनार्दन मिश्रा ने कहा कि आज हम इंजीनियरिंग कॉलेज का 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं लेकिन क्या 60 वर्ष बाद यहां पर आने वाले विद्यार्थी छात्र के रूप में उपस्थित रहेगा जो आचार्य प्रोफेसर है प्रिंसिपल है यह सब मनुष्य रहेंगे की मशीन रहेगी यह सवाल यहां पर मंच में बैठ मेरे दिमाग में घूम रहा था, आप सभी इस पर विचार करें आपके बनाए हुए हथियार हैं आपके बनाए हुए औजार हैं मैंने किसी पति-पत्नी के बिस्तर में झांकने का काम तो नहीं किया लेकिन क्या लोग कहते हैं कि जब पति और पत्नी बिस्तर पर लेटते हैं तो एक मुंह दक्षिण की तरफ तो दूसरे का मुंह उत्तर दिशा की तरफ होता है और मोबाइल से मोहब्बत करके उसी में आए भरते हैं .
यह आपका ही बनाया हुआ यंत्र है जिसमें पति और पत्नी को एक दूसरे के सामने मुंह करके लेटने के बजाय विपरीत दिशा पर मुंह करके लेटते है. सांसद ने कहा की मैं तो सोच ही रहा था कि अब हम ऑनलाइन शादियां करने लगे हैं अब 50-60 साल के बाद यह बच्चे जब पैदा होंगे तो ये ऑनलाइन पैदा होने वाला बच्चा स्टील का पैदा होगा या मांस और हड्डी का होगा इसी पर आज विचार करने की आवश्यकता है की हमारी मानवता हमरा प्रेम हमारा सौहार्द हमारी सामाजिक एकजुटता हमारा एकत्रीकरण इस तरह से बरकरार रहे हमारा सामाजिक जीवन इसी तरह से अलौकिक और सुगंधित होता रहे आज के समय में विज्ञान के सामने सबसे बडी चुनौती है!
इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र होनेके नाते आपके सामने यह चुनौती है कि सामाजिक समस्या का समाधान आप किस प्रकार से निकलते हैं मंच पर राज्यपाल विराजमान बनाने वाले बैठे हैं इन प्रतिभाओं के सामने मैं आपके सामने यक्ष प्रश्न छोड़कर जा रहा हूं की सामाजिक मूल्यों की रक्षा आप किस प्रकार से इन यंत्रों के माध्यम से कर सकेंगे!
मेरा नाम अमर मिश्रा है और मैं मध्यप्रदेश के रीवा जिले का निवासी हूं। मैंने अपनी स्नातक की पढ़ाई B.Com / CA अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APSU) से पूरी की है। मुझे मीडिया जगत में काम करते हुए लगभग 9 साल से ज्यादा का अनुभव है।मैंने 2016 में रीवा जिले में पत्रकारिता की शुरुआत की थी और FAST INDIA NEWS से अपने कैरियर की शुरुआत की। इसके बाद, 2017-18 में मैंने मध्यप्रदेश जनसंदेश और आंखों देखी लाइव में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। 2019 में, मैंने अमरकीर्ति समाचार पत्र में रीवा ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्य किया। 2019-20 से, मैं HARIT PRAWAH समाचार पत्र का सम्पादक हूँ।अपने पत्रकारिता करियर के दौरान, मुझे सटीक और निष्पक्ष समाचार प्रस्तुत करने के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। मेरी कोशिश हमेशा यही रही है कि मैं अपने पाठकों को सच्ची और प्रामाणिक खबरें प्रदान करूं।पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरी यह यात्रा निरंतर जारी है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी मैं अपने पाठकों के लिए विश्वसनीय और सटीक समाचार प्रदान करता रहूंगा।
संपादक – अमर मिश्रा