MP में 7 लाख रुपए की रिश्वतखोरी का मामला आया सामने,SDO बोला सबको देने के बाद मेरे पास डेढ़ लाख बचेगा
MP Crime News: मध्य प्रदेश के एक सरकारी अधिकारी का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह रिश्वत के पैसे मांगते नजर आ रहे हैं, वीडियो श्योपुर जिले के एसडीओ का बताया जा रहा है, जिसमें वह रेत माफियाओं से वसूली जाने वाली रकम को लेकर बात करते नजर आ रहे हैं। अधिकारी वीडियो में …

MP Crime News: मध्य प्रदेश के एक सरकारी अधिकारी का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह रिश्वत के पैसे मांगते नजर आ रहे हैं, वीडियो श्योपुर जिले के एसडीओ का बताया जा रहा है, जिसमें वह रेत माफियाओं से वसूली जाने वाली रकम को लेकर बात करते नजर आ रहे हैं। अधिकारी वीडियो में कहता है कि सभी घाटों से सात लाख रुपए लेकर आओ।
सबको देने के बाद मेरे पास डेढ़ लाख रुपए बचेंगे, जिसको जो मिलना होगा, वह ले लेगा। आगे वह कहता सुनाई दे रहा है कि हमें सिस्टम के हिसाब से चलना होगा, नहीं तो न मैं बचूंगा और न ही तुम्हें बचा पाऊंगा। श्योपुर जिले में राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल विभाग के एसडीओ योगेंद्र का बताया जा रहा है।
इसमें वह रेत माफियाओं से वसूली की बात कर रहे हैं. वीडियो में एसडीओ कहता है कि सभी घाटों की कुल रकम सात लाख रुपए होनी चाहिए तब मेरे पास डेढ़ लाख रुपए बचेंगे. जिसको जो मिलना होगा, वह ले लेगा, तब मैं कुछ नहीं कर पाऊंगा, क्योंकि यह सिस्टम तक जाता है। वीडियो में एसडीओ सभी को पैसे देने की बात करते नजर आ रहे हैं।
उनका कहना है कि पैसा डीएफओ और सीसीएफ समेत सभी को जाता है। यानी रेत से इकट्ठा किया गया पैसा सभी में बंटता है। न्यूज चैनल एनडीटीवी के मुताबिक मामला सामने आने के बाद एसडीओ से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन वह इस विषय पर बात करने को तैयार नहीं हुए।
घड़ियालों को बचाने के लिए कुछ इलाकों को घड़ियाल वन्यजीव अभ्यारण्य घोषित किया गया है। इसमें राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल वन्यजीव अभ्यारण्य भी शामिल है। यह उत्तर भारत में 5400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस संरक्षित क्षेत्र में कई लुप्तप्राय जीव पाए
जाते हैं इनमें लुप्तप्राय घड़ियाल (छोटे मगरमच्छ), लाल मुकुट वाले छत वाले कछुए और लुप्तप्राय गंगा नदी की डॉल्फिन शामिल हैं। इनकी सुरक्षा और संरक्षण को लेकर सरकार काफी सक्रिय है। लेकिन इस तरह से अवैध रेत खनन एक समस्या बनी हुई है।