Rewa News: रीवा में जानलेवा बना यह वायरस, 2053 की जांच में 18 पॉजिटिव जिला प्रशासन ने दिए निर्देश
डेंगू रोग की रोकथाम एवं बचाव के लिए सामुदायिक सहभागिता एवं जन जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से जिले के सभी विकासखंडों में राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया।

डेंगू रोग की रोकथाम एवं बचाव के लिए सामुदायिक सहभागिता एवं जन जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से जिले के सभी विकासखंडों में राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव शुक्ला की अध्यक्षता में जिला अस्पताल सभागार में डेंगू जागरूकता कार्यशाला का आयोजन कर डेंगू रोग के लक्षण, बचाव के तरीके, रोग फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा की पहचान एवं विनाश के तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस अवसर पर जिला मलेरिया अधिकारी श्रीमती स्मृति नामदेव ने जिले में डेंगू की स्थिति, डेंगू जांच केंद्रों की जानकारी के साथ ही डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए किए जा रहे विभागीय प्रयासों की जानकारी दी।
एंबेड परियोजना की क्षेत्रीय समन्वयक श्रीमती कंचन सिंह ने प्रशिक्षण मॉड्यूल के पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से आशा कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के साथ ही कार्य सहयोग पर चर्चा की। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष रीवा एवं मऊगंज जिले में 6280 डेंगू जांच की गई थी, जिसमें 419 पॉजिटिव पाए गए थे।
वर्ष 2025 में 2053 जांच की गई, जिसमें अब तक 18 पॉजिटिव मरीज मिले। इसी प्रकार रीवा शहरी क्षेत्र के अरवन पीएचसी, संजीवनी क्लीनिक के सभी ब्लॉकों में डेंगू की रोकथाम के लिए सभी मलेरिया निरीक्षक, सीएचओ, एएनएम, आशा, सेक्टर सुपरवाइजर ने अपने-अपने क्षेत्रों में डेंगू की रोकथाम के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में बैठक कर लोगों को डेंगू रोग के लक्षण, मच्छरों की उत्पत्ति का स्थान, मच्छरों के प्रजनन को रोकने के उपायों के बारे में जानकारी दी। आशा कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर विशेष अभियान चलाने तथा अपने-अपने गांवों में लार्वा सर्वे, लार्वा नष्ट करने तथा नारा लेखन का कार्य करने के निर्देश दिए गए।
जिला स्तरीय डेंगू जागरूकता कार्यशाला में दिवाकर प्रसाद मिश्रा, शिखा द्विवेदी, आशीष तिवारी, अखिलेश तिवारी, राजेश त्रिपाठी सहित कर्मचारीगण तथा बड़ी संख्या में रीवा शहरी क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता तथा एम्बेड परियोजना के स्वयंसेवक उपस्थित थे।