Mauganj News: मऊगंज के गड़रा गांव पहुंचे बघेली सुपरस्टार अविनाश तिवारी, कुछ दिन पहले हिंसा में युवक की हुई थी हत्या
Mauganj News today: मऊगंज गडरा गांव में हुई हिंसा को करीब एक सफ्ताह बीत चुके है। ऐसे में मृतक सनी द्विवेदी के परिजनों को ढाढस देने जनप्रतिनिधि सहित समाज सेवी पहुंच रहे है।

15 मार्च की देर शाम मऊगंज के शाहपुर थाना अंतर्गत गडरा गांव में अचानक हिंसा हो उठी यह सब घटना तब घटी जब आदिवासियों ने एक युवक सनी द्विवेदी को बंधक बना लिया और उसकी हत्या कर दी. युवक को जब पुलिस बचाने के लिए पहुंची तब आदिवासियों ने पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया जिसमें एक ASI रामचरण गौतम शहीद हो गए, इस घटना ने प्रदेशभर का ध्यान अपनी ओर खींचा CM मोहन यादव ने निर्देश दिए जिसके बाद डीजीपी कैलाश मकवाना मृतक और शहीद ASI के घर पहुंच कर श्रद्धांजलि दी। फिलहाल हिंसा उसकाने और हत्या के आरोप में अब तक 41 आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
बघेली सुपरस्टार पहुंचे सनी द्विवेदी के घर
मऊगंज में हुई हिंसा पूरे देश में सुर्खियों में थी। हर कोई इसकी निंदा कर रहा है। युवक को जिस तरह बंधक बनाकर मौत के घाट उतारा गया और बंधक युवक को छुटाने पहुंची पुलिस टीम पर भी हमला हुआ जिसमें डीएसपी ,थाना प्रभारी और तहसीलदार सहित कई पुलिसकर्मी घायल हुए, तहसीलदार पर भी जानलेवा हमला कर हाथ पैर तोड़ दिए गए थे। जिसके बाद मृतक परिजनों से मिलने ब्राह्मण समाज के लोग लगातार सनी द्विवेदी के यहां पहुंचे वहीं बुधवार को बघेली सुपरस्टार अविनाश तिवारी अपने साथियों के साथ शोकाकुल परिजनों से मुलाकात की
सीएम ने दिए थे निर्देश
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने घटना को संज्ञान में लेते हुए अधिकारी और कर्मचारियों को निर्देश दिए और कहा कि ऐसी घटनाएं दोबारा ना घटे इसका ध्यान रखें। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर को हटाकर उनके साथ पर जिम्मेदार अधिकारियों की पदस्थापना की
अब तक गडरा हिंसा में क्या अपडेट
15 मार्च को हुई इस हिंसा में अब तक कुल 41 आरोपियों से पूछताछ करने के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया है। जिसमें 32 आरोपियों को जेल भेजा गया 9 लोगों से पूछताछ जारी है। इस हिंसा के बीत जाने के बाद पूरा गांव सुनसान हो गया है पुलिस अभी भी इस गांव में तैनात है। गांव में सभी घर खाली हो चुके है। पशु दाने दाने को मोहताज है ऐसे में पुलिस ही सभी की देखभाल कर रही है। फिलहाल अन्य आदिवासियों को जेल भेजने के विरोध में बीएसपी तले आदिवासियों ने रीवा कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है