होली से पहले मऊगंज को मिला अपना नया नगर परिषद, चार ग्राम पंचायत और 17 गांव हुए शामिल
मध्य प्रदेश का नया जिला मऊगंज को अब एक और नगर परिषद की सौगात मिल गई है. कई वर्षों की मांग पर सरकार ने मुहर लगा दी है. 4 ग्राम पंचायत और 17 गांव को मिलाकर यह नगर परिषद बना है।

मध्य प्रदेश का 53वां नवगठित जिला मऊगंज को मोहन यादव सरकार के द्वारा बड़ी सौगात दी है। जिला मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर खटखरी को नगर परिषद का दर्ज दिया गया है। इसके संबंध में गजट नोटिफिकेशन भी जारी किए गए हैं। नए नगर परिषद में 4 ग्राम पंचायतें सम्मिलित हैं जिसमें धर्मपुर, देवरा, माजनमानिकराम और खटखरी सहित 17 गांवों को शामिल किया गया है।
खटखरी को नगर परिषद बनाने की मांग कई सालों से चली आ रही थी। जिसपर सीएम मोहन यादव मऊगंज पहुंचकर मुहर लगाए थे। वहीं क्षेत्रीय विधायक प्रदीप पटेल के द्वारा भी मुख्यमंत्री के सामने यह प्रस्ताव रखा था। आपको बता दें कि किसी स्थान को नगर परिषद का दर्जा तभी प्रदान किया जाता है जब वहां की आबादी 20000 से अधिक और 50000 से कम हो। जिसपर खटखरी सभी मापदंडों पर उत्तीर्ण है। अब नई नगर परिषद बनाने के बाद ग्राम पंचायत में पदस्थ कर्मचारियों को संविलियन नगर परिषद खटखरी में किया जाएगा
मऊगंज जिला घोषणा के दो साल बेमिसाल
कई वर्षों की मांग पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा मऊगंज शहीद केदारनाथ महाविद्यालय में 4 मार्च 2023 को जिला बनाने की घोषणा की थी। वही 4 मार्च 2025 को मऊगंज जिले के पूरे दो साल बेमिसाल रहे है। सीएम मोहन यादव अपने दौरे में मऊगंज को 5 हजार करोड़ रुपए की सौगात दी और अब नई नगर परिषद बनाई है।