अतिथि शिक्षिका ने संभाला मोर्चा उठाया झाड़ू करने लगीं सफाई, बोली-चपरासी नहीं तो क्या गंदगी में पढ़ेंगे बच्चे मऊगंज में पेश किया उदाहरण
जहां एक सरकारी विद्यालय में अतिथि शिक्षकों के अलावा कोई रेगुलर स्थाई टीचर नहीं है। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि इस विद्यालय में चपरासी जैसे कर्मचारी भी नहीं है।
मध्य प्रदेश में जहां एक तरफ अतिथि शिक्षकों को लेकर सरकार नए – नए ऐलान कर सुबह भूल रही तो दूसरी तरफ राज्य कि सरकारी शिक्षा का जिम्मा युवा अतिथि शिक्षक उठा रहे है, पढ़ाई से लेकर विद्यालय के कार्य में भी गेस्ट टीचर जिम्मेदारी निभा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मऊगंज से सामने आया है। जहां एक सरकारी विद्यालय में अतिथि शिक्षकों के अलावा कोई रेगुलर स्थाई टीचर नहीं है। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि इस विद्यालय में चपरासी जैसे कर्मचारी भी नहीं है। मसलन विद्यालय परिसर की साफ – सफाई या अन्य काम अतिथि शिक्षकों को ही करना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि यह इकलौता मामला है बल्कि ऐसे कई उदाहरण मौजूद है।
दरअसल, यह मामला मऊगंज जिले के हनुमना प्रतापगंज संकुल के शा. पूर्व माध्यमिक विद्यालय बरही का है। जहां एक महिला अतिथि शिक्षिका ने उदाहरण पेश किया है जिसका वीडियो सामने आया है।
चपरासी ,नहीं तो क्या गंदगी में पढ़ेंगे बच्चे
सरकारी विद्यालयों का सिस्टम काफी कमजोर हो चुका है। आलम ऐसा है कि एक रेगुलर टीचर को दो – दो विद्यालय चलाना पड़ रहा है। ऐसे में सरकारी व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए अतिथि शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गई है। पढ़ाने के अलावा विद्यालय की देख रेख उन्हीं के ऊपर है। ऐसे में बरही में पदस्थ महिला अतिथि शिक्षिका ने कहां चपरासी नहीं है। तो क्या गंदगी में बच्चे पढ़ेंगे और झाड़ू लगाने लगी और पूरे सिस्टम में मिशाल पेश की
हमसे सीखते है बच्चे, मिलेगी प्रेरणा साफ सफाई हमारा कर्तव्य
महिला अतिथि शिक्षिका ने कहा कि स्वच्छ वातावरण में ही अच्छे भविष्य का निर्माण होता है। हम जहां से शिक्षा हासिल करते हैं हम सब का दायित्व है कि वहां हम अपना सम्पूर्ण कर्तव्य पूरा करें ताकि हमारे द्वारा पढ़ाए जा रहे बच्चों में भी ऐसे संस्कार हो और वह आगे जाकर अच्छे भविष्य का निर्माण करें, हम शिक्षकों से ही हमारे बच्चे सीखते है और उनको प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि सफाई स्वच्छता अभियान हम सब की प्राथमिकता है।
इससे मन और तन दोनों स्वस्थ रहते हैं। अगर सफाई रहती है तो बच्चों में बीमारी का खतरा भी कम रहता है। और लोग भी सफाई को लेकर जागरूक होते हैं ऐसे में हम सब का कर्तव्य है कि हम जहां हैं वहां आसपास का वातावरण स्वच्छ और साफ रखें