मध्य प्रदेश राज्य के होशंगाबाद जिले में स्थित पंचमढ़ी प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन है जहां का मौसम पूरे साल ठंड बना रहता है। यहां गर्मियों में घूमने के लिए बेहतर विकल्प बन जाता है। यह स्थान सतपुड़ा पहाड़ियों में बसा हुआ है यहां हरियाली घूमने आने वाले लोगों के दिलों में बसी है। टूरिस्ट के मन में यहां की खूबसूरती एक अलग ही पहचान बनती है तो आईए जानते हैं इस हिल स्टेशन के बारे में विस्तार से...

गर्मियों का सीजन शुरू हो चुका है इस मौसम में परिवार घूमने टहलने के लिए अच्छे स्थान की तलाश करते हैं अगर आप भी कहीं घूमने का प्लान कर रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए हेल्पफुल साबित होगा. अगर आप इस गर्मी में अपने बच्चों और परिवारों के साथ छुट्टी की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको पंचमढ़ी एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि यहां का शानदार नजारा हर किसी को अपनी ओर खींचता है यहां आकर आप अपने परिवार के साथ कीमती वक्त बिता सकते हैं।




इन खास जगहों में बीता सकते है वक्त

मध्य प्रदेश के हिल स्टेशन पंचमढ़ी में घूमने लायक बहुत स्थान है। यहां बी फॉल्स बेहद ही पॉपुलर झरना है जहां आप नहाने का मजा ले सकते हैं इसके अलावा पांडव गुफा आकर्षण का केंद्र जिनके बारे में कहा जाता है कि पांडव यहां रुके हुए थे। महादेव हिल्स पर भगवान शिव की एक प्राचीन मंदिर है जो श्रद्धालुओं के बीच काफी लोकप्रिय मानी जाती है।

इसके अलावा सतपुड़ा नेशनल पार्क की सफारी एडवेंचर्स लोगों को काफी पसंद आती है। इस घने जंगल के बीच घूमने और जानवरों को उनके प्राकृतिक हैबिट में देखना एक अलग ही एक्सपीरियंस प्रदान करता है।

कैसे पहुंचे और कब जाएं?

पचमढ़ी तक सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है। सबसे नजदीकी बड़ा रेलवे स्टेशन पिपरिया है, जो करीब 50 किलोमीटर दूर है। वहां से टैक्सी या बस से पहुंचा जा सकता है। भोपाल से पचमढ़ी की दूरी भी करीब 200 किलोमीटर है, जिसे 4-5 घंटे में तय किया जा सकता है।

यहां घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच है, लेकिन गर्मियों में भी यहां का मौसम ठंडा और सुकून देने वाला होता है। इसलिए मई-जून में भी यहां पर्यटकों की अच्छी भीड़ रहती है।

पंचमढ़ी हिल स्टेशन की ऐसे हुई खोज

पंचमढ़ी मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है, जो सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच समुद्र तल से 3550 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। हरे-भरे और शांत पंचमढ़ी में कई नदियों और झरनों के गीत पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। विकिपीडिया के अनुसार पंचमढ़ी घाटी की खोज 1857 में बंगाल लांसर के कैप्टन जेम्स फोर्सिथ ने की थी। अंग्रेजों ने इस जगह को सेना की छावनी के रूप में विकसित किया था। पंचमढ़ी में आज भी ब्रिटिश काल के कई चर्च और इमारतें देखी जा सकती हैं।

केंद्रीय मंत्री ने दी बड़ी सौगात

मध्य प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी के चौरागढ़ पर अब पर्यटकों और भगवान शिव के भक्तों के लिए चढ़ना आसान हो जाएगा। केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यहां रोपवे बनाने की मांग को मंजूरी दे दी है। इसके लिए 400 करोड़ की राशि मंजूर की गई है। क्षेत्रीय सांसद दर्शन सिंह ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी है। पचमढ़ी में भगवान शिव के भक्त त्रिशूल चढ़ाने के लिए बड़े महादेव से 3 किमी के रास्ते में बनी 1300 सीढ़ियों के कठिन रास्ते से गुजरते थे, अब रोपवे के निर्माण से यह सफर आसान हो जाएगा।