मध्य प्रदेश के 20 जिलों में खतरे की घंटी, रीवा सीधी मऊगंज सहित यहां अति भारी बारिश के अलर्ट, जानिए मौसम का हाल
पूरे मध्य प्रदेश में मानसूनी बारिश का दौरा शुरू है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को 20 जिलों में अति भारी बारिश और 12 जिलों में भारी बारिश के अलर्ट जारी किए हैं। जिन जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। वह जबलपुर ,रीवा ,पन्ना ,सतना ,मऊगंज,कटनी ,मैहर ,सीधी ,सिंगरौली ,शहडोल,उमरिया ,अनूपपुर ,बालाघाट ,शिवनी ,डिंडोरी ,मंडल ,छिंदवाड़ा ,बतूल नर्मदा पुरम और पांढुर्णा जिला शामिल है।
टीकमगढ़ ,छतरपुर ,ग्वालियर, दतिया ,निवाड़ी ,शिवपुरी, रायसेन ,नरसिंहपुर ,सागर ,दमोह, विदिशा में भारी बारिश के येलो अलर्ट जारी है। राजधानी भोपाल और इंदौर सहित कई जिलों में भी हल्की बारिश रह सकती है।
गुरुवार को 15 जिलों में हुई बारिश
प्रदेश में गुरुवार को 15 जिलों में भारी बारिश हुई नदी नाले
उफान पर आए। मंडला सहित कई जिलों में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिस कारण से कई गांव में बाढ़ के हालात बने हैं। ग्वालियर और शिवपुरी की सीमा पर बनी हरसी बांध पूरी तरह से भर गया है। बांध से पानी का ओवरफ्लो शुरू हो चुका है। जिसमें दोनों जिलों के करीब 20 गांव में पानी भरने का खतरा बना है।
आज इन जिलों में बारिश की चेतावनी
अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट- जबलपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल और नर्मदापुरम ।
अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, विदिशा, रायसेन, नरसिंहपुर। प्रदेश के बाकी के जिलों में भी हल्की बारिश का यलो अलर्ट है।
12 जुलाई को ऑरेंज-यलो अलर्ट
अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
जबलपुर, दमोह, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम।
अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, हरदा, बैतूल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, सागर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, डिंडौरी, उमरिया, छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा और मऊगंज। बाकी के जिलों में भी बारिश का यलो अलर्ट है।
इस वजह से हो रही इतनी बारिश
मध्य प्रदेश सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर दिव्या ई. सुरेंद्रन अपने मीडिया को बताया कि प्रदेश में तीन टर्फ का असर है। लो प्रेशर एरिया की सक्रियता सामने आई है। जिसके कारण बारिश का दौर बना हुआ है और आगे भी बारिश निरंतर हो सकती है।