Rewa News: रीवा संभाग में CBI का बड़ा एक्शन, 88 फर्जी भर्ती घोटाला मामले में जांच एजेंसी ने दर्ज की FIR
रीवा संभाग के सिंगरौली जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां स्थित कोल इंडिया की अनुषंगिक कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड भर्ती को लेकर घोटाले की शिकायत पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है. ऐसा आरोप है कि साल 2020 में सीसीएल में माइनिंग सरदार पद के लिए, ग्रेड सी की …

रीवा संभाग के सिंगरौली जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां स्थित कोल इंडिया की अनुषंगिक कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड भर्ती को लेकर घोटाले की शिकायत पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है. ऐसा आरोप है कि साल 2020 में सीसीएल में माइनिंग सरदार पद के लिए, ग्रेड सी की 88 भर्तियों में बड़ा घोटाला किया गया है.
वाराणसी में बनाया गया थे केंद्र
ऐसा आरोप लगाया गया है कि माइनिंग सरदार की प्रक्रिया में चयनित परीक्षार्थियों को वाराणसी के एक होटल में एक दिन पहले ही प्रश्न पत्र दिए गए थे. जिसमें चयनित 88 अभ्यर्थियों में से 65 उम्मीदवारों का परीक्षा केंद्र वाराणसी ही था. जानकारी के अनुसार माइनिंग सरदार पद के लिए कुल 4594 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. जिसमें से कुल 3539 उम्मीदवार 8 नवंबर 2020 को सोनभद्र सिंगरौली वाराणसी और जबलपुर में बनाए गए केदो पर आयोजित लिखित परीक्षाओं में सम्मिलित हुए थे.
पर चयनित 88 अभ्यर्थियों में से 65 अभ्यर्थियों के परीक्षा का केंद्र वाराणसी उत्तर प्रदेश बनाया गया था. अब सीबीआई जबलपुर की टीम के द्वारा भर्ती में हुए घोटाले की पुष्टि की और घोटाले को अंजाम देने वाले अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कर ली है. इस मामले में फिर से जांच शुरू की गई है वहीं से मामले पर सीसीएल प्रबंधन कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं.
दी गई जानकारी के अनुसार कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनी नॉर्दर्न कोल्ड फील्ड लिमिटेड सिंगरौली में स्थित है. यहां साल 2020 में भर्ती निकाली गई थी जिसमें टी एंड एस ग्रेड सी के 88 रिक्त पदों पर भर्ती की गई थी. जिसमें भारी घोटाला का आरोप लगाया गया है. आम आदमी पार्टी के महिला विंग के अध्यक्ष अनीता वैद्य ने सीबीआई से इस पूरे मामले की शिकायत की थी जिसके बाद सीबीआई ने भर्ती की जांच शुरू की.
CBI ने की घोटाले कि पुष्टि
शुरुआती जांच के बाद CBI ने भर्ती में घोटाले की पुष्टि करते हुए आरोपी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. कैंडीडेट्स भर्ती प्रक्रिया में सहायता के नाम पर मोटी रकम की वसूली की. सीबीआई के जबलपुर पुलिस निरीक्षक PR पांडियन ने मामले की प्रारंभिक जांच शुरू की है उन्होंने सीबीआई जबलपुर को रिपोर्ट देते हुए एनसीएल भर्ती मामले में घोटाले की पुष्टि कर दी है.