मध्य प्रदेश में लगातार पुराने शहरों को स्मार्ट सिटी के तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। इसी स्कीम को लेकर 13 फरवरी को सतना में जिला कलेक्टर एवं अध्यक्ष स्मार्ट सिटी डॉक्टर सतीश कुमार एस की अध्यक्षता में स्मार्ट सिटी कार्यालय में गुरुवार को कार्यों की समीक्षा बैठक बुलाएगी। इस बैठक में ईडी सतना शेर सिंह मीणा, अधीक्षण यंत्री एसके सिंह, कार्यपालन यंत्री अरुण तिवारी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

इस बैठक में जिला कलेक्टर ने एंट्री ग्रेटेड कमान एवं कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण कर यहां से संचालित होने वाली सेवाएं जैसे सिटी सर्विलेंस, ई चालान ,वाटर स्काडा, स्ट्रीट लाइट ,सिटी बस ,टोल फ्री सेवा आदि की समीक्षा की

कलेक्टर सतना ने तुरंत घुमाया फोन जारी की नोटिस

इसके उपरांत ईडी द्वारा कलेक्टर के समक्ष सतना स्मार्ट सिटी अंतर्गत पूर्ण एवं प्रगतिशील कार्यों की जानकारी प्रस्तुत की। समीक्षा के दौरान ईडी ने स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स, धवारी तालाब, अर्बन फूड हब में राजस्व विभाग से संबंधित जानकारी प्राप्त न होने पर कार्य में विलंब होना बताया। जिसमें कलेक्टर द्वारा तुरंत एसडीएम सतना को फोन कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा। विजुअल इंप्रूवमेंट कार्य के विलंब के संबंध में संविदाकार के विरुद्ध नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

कलेक्ट के निर्देश से काम तेजी पर

कलेक्टर ने जल प्रदाय के तहत निर्माणाधीन टंकियों के निर्माण कार्य के विलंब होने पर संविदाकार को बुलाकर बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने रिवेन्यू जनरेशन वाले प्रोजेक्ट्स को सराहा एवं इनके कार्यों की सतत निगरानी करने के निर्देश दिए।

कुत्ते पकड़वाने के लिए 40 लाख हुए खर्च

दरअसल, 8 अगस्त 2024 को ऐसी खबर आई थी कि स्मार्ट सिटी के नाम पर शहरियों को दुर्दशा और बदहाली दंश झेलने तथा विकास के नाम पर पूरे शहर को गढ़ों में तब्दील कर देने में करोड़ों रुपए पानी में बहा देने के बाद सतना नगर निगम कुत्तों पर भी मोटी रकम खर्च करेगा।

सतना नगर निगम अब सतना शहर में सड़क पर घूम रहे आवारा कुत्ते पकड़वाने के लिए तथा उनका बधिया करने उन्हें टीका लगवाए जाने को लेकर नगर निगम इसके लिए बाकायदा टेंडर भी जारी किए थे। टेंडर की रकम भी छोटी नहीं थी बल्कि निगम ने इस काम के लिए 40 लाख रुपए खर्च करने की योजना बनाई थी।

विंध्य का सतना बनेगा स्मार्ट सिटी

सतना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए पिछले दो वर्षों से काम चल रहा है। धीरे-धीरे यह शहर स्मार्ट सिटी में तब्दील होने की कगार पर पहुंच चुका है। जिला प्रशासन आएदिन स्मार्ट सिटी मॉडल की समीक्षा करता है और साथ ही काम तेजी करने के निर्देश देते हैं। भारत के बड़े जंक्शन में शामिल सतना में एयरपोर्ट जैसी बुनियादी सुविधाएं भी हो चुकी हैं। विंध्य में सतना पहली स्मार्ट सिटी के तौर पर शामिल होगा।