सड़क परिवहन मंत्रालय ने लोकसभा में जानकारी दी की टोल प्लाजा में गड़बड़ी की शिकायत मिली है। इस पर सरकार ने गंभीर कदम उठाए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण टोल प्लाजा में गड़बड़ी की शिकायतों की खुद निगरानी करेगा। इसके साथ ही वाहनों की संख्या की गिनती के लिए AI की सहायता दी जाएगी दावा है कि देश के 14 राज्यों में 42 टोल प्लाजा में गड़बड़ी मिली है।

देश के कई राज्यों में टोल प्लाजा पर अवैध तरीके से धोखाधड़ी का बड़ा नेटवर्क सामने आने के बाद अब केंद्र सरकार टोल ऑपरेटर की निगरानी के लिए अपने स्तर पर ऑडिट कैमरे लगाने पर मंथन कर रही है। यह कैमरे मुख्य रूप से उन टोल प्लाजा पर लगाए जाएंगे जहां बड़ी संख्या में गाड़ियों का आवागमन होता है।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण टोल वसूली की सही गणना और टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों के वर्गीकरण के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रयोग करेगा। बीते दिनों यूपी एसटीएफ ने टोल प्लाजा में गैर फास्टटैग वाहनों से नकद टोल वसूली में धोखाधड़ी का मामला सामने आया था वही वाराणसी के एक टोल प्लाजा में पकड़ी गई धांधली के तार कई राज्यों से मिले थे। ऐसे ही मध्य प्रदेश के भी कई टोल प्लाजा पर आए दिन वाद विवाद की स्थिति देखने को मिलती है।

गलत तरीके से वसूला जा रहा दोगुना टैक्स

इस धोखाधड़ी के तहत अवैध सॉफ्टवेयर के माध्यम से वाहन चालकों से दोगुना टैक्स वसूला जा रहा था। पर यह पैसा ऑपरेटर की नियमित वसूली से अलग था ऐसा अनुमान है कि टोल कर्मियों की साथ गांठ से हो रही वसूली NHAI को रोजाना दो करोड रुपए तक का नुकसान हो रहा है।

14 राज्यों में 42 टोल प्लाजा में घोटाला

ऐसा दावा किया जा रहा है कि 14 राज्यों में 42 टोल टैक्स में यह गड़बड़ी पाई गई है। हालांकि NHAI ने इसे मना किया है गुरुवार को लोकसभा में इससे जुड़े एक सवाल पर मंत्रालय ने जवाब दिया है कि फास्ट ट्रैक से होने वाले 98% ट्रांजैक्शन में गड़बड़ी की कोई जानकारी नहीं मिली है। लेकिन अतराला शिव गुलाम टोल प्लाजा में पूरी तरह कैश के माध्यम से वसूली हो रही थी।

बिना फास्टकार्ड से वसूली की धांधली

हैंडहेल्ड मशीन के जरिए से अवैध रूप से वसूली की जा रही थी। यानी टोल प्रबंधन सिस्टम के अन्य सॉफ्टवेयर से अधिक मामले थे। मंत्रालय ने कहा है कि इस घटना से हमें सबक लेते हुए NHAI गैर फास्ट टैग वाहनों से नगद संग्रह की प्रक्रिया को और मजबूत करने के लिए कार्य कर रहे हैं। जिसके लिए अतिरिक्त निगरानी के उपाय किए जा रहे हैं। टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों को सही संख्या की गणना होगी इसका फिर टोल प्लाजा की रसीद से मिलान किया जाएगा। मंत्रालय ने फास्ट टैग और ऑटोमेटिक नंबर प्लेट पहचान आधारित बैरियर मुक्त प्रणाली के लिए आमंत्रित किया है।

रीवा सीधी सतना समेत पूरे प्रदेश में होगी निगरानी

टोल टैक्स में आए दिन गड़बड़ियों को देखते हुए मंत्रालय ने इस बार इन समस्याओं से निपटने के लिए कड़े इंतजाम कर रहे हैं। NHAI अब इन टोल प्लाजो पर निगरानी AI माध्यम से करेगा। जो आगे चलकर टोल टैक्स अवैध वसूली को रोकने में मदद करेंगे। यह सिस्टम किसी एक जिले या एक प्रदेश में नहीं बल्कि पूरे देश में शुरू होगा।