Army Chif upendra dwivedi: आज ही के दिन 4 मार्च 2023 को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा शहीद केदारनाथ महाविद्यालय प्रांगण में मऊगंज को 53वां जिला बनाने की घोषणा की गई थी. घोषणा के अनुसार 2 साल आज से हो गए है. उस दौरान 3 तहसीलों के साथ यह विधानसभा जिला बना था। लेकिन जैसे - जैसे वक्त बीत रहा वैसे - वैसे इस जिले का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है. इसी बीच थल सेना के अध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी का गांव जो पहले रीवा जिले में था उसे मऊगंज में शामिल किया गया जिसके बाद ग्रामीणों ने डीआईजी को पत्र देकर आपत्ति जताई है.

थल सेना अध्यक्ष का गांव जो रीवा के गढ़ थाना क्षेत्र मुडिला है. जो गढ़ कस्बे से लगा हुआ है. पर नए परिसीमन के अंतर्गत उनका गांव अब मऊगंज जिले के नई गाड़ी थाने में अटैच किया गया है.

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ग्रामीणों ने कहां अब रीवा जिल में ही रहेंगे

थल सेना अध्यक्ष उपेन्द्र द्विवेदी के ग्रामवासी इस परिसीमन के फैसले पर आपत्ति जताते हुए डीआईजी साकेत प्रकाश पांडे को ज्ञापन पत्र देते हुए मांग की है कि उनके गांव को एक बार फिर से रीवा जिले के गढ़ थाने से जोड़ दिया जाए. इसके पीछे की वजह ग्रामीणों ने बताया की नईगढ़ी थाना उनके गांव से करीब 20 किलोमीटर दूर है जबकि गांव गढ़ थाने से जुड़ा हुआ है

ग्रामीणों ने बताया कि इस स्थिति में गांव के लोगों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और थाना नजदीक होने के चलते गांव के लोगों को 20 किलोमीटर की यात्रा कर नई गाड़ी थाना नहीं जाना पड़ेगा.

मऊगंज में नहीं शामिल होंगे

थल सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी के मुडिला गांव वासियों ने बताया कि जब मऊगंज जिले का गठन किया गया था तब गांव के लोगों से इस संबंध में किसी भी तरह का संवाद नहीं किया गया था. Sp और कलेक्टर बैठाकर नए जिले का कार्य शुरू कर दिया गया था. इस गांव का थाना गढ़ है जो गांव से लगा हुआ है नई व्यवस्था के अंतर्गत गांव के लोगों को अब 20 किलोमीटर दूर मऊगंज जिले के नई गढ़ी थाना जाना पड़ेगा.

देश का ताज है सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी

जनरल उपेंद्र द्विवेदी, पीवीएसएम, एवीएसएम (जन्म 1 जुलाई 1964) भारतीय सेना के एक सेवारत चार सितारा जनरल अधिकारी हैं। वे वर्तमान और 30वें सेनाध्यक्ष हैं। वे 30 जून 2024 को जनरल मनोज पांडे की जगह 30वें सीओएएस के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वे पहले 46वें उप सेना प्रमुख के रूप में कार्यरत थे। इससे पहले वे उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के पद पर नियुक्त थे, जिसके पहले वे उप सेना प्रमुख (सूचना प्रणाली और समन्वय) और IX कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग के रूप में कार्यरत थे।