MP Politics: रीवा संभाग का यह मामला पकड़ा तुल, ‘सरपंच’ को ‘सचिव’ ने बोला बैठने के लिए कुर्सी घर से लाओ, कांग्रेस का हमला
MP Politics News: मध्य प्रदेश में महिला अपमान की यह तस्वीर सियासी अखाड़े में पहुंच गई है, दरअसल यह मामला रीवा संभाग के सतना के एक ग्राम पंचायत का है। जानकारी अनुसार महिला सरपंच को ध्वजारोहण से रोका गया और ग्राम पंचायत में बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं दी गई, अभी यह मामला तुल पकड़ता नजर आ रहा है। कांग्रेस पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने ट्वीट कर लिखा कि, ऐसी ही मानसिकता के खिलाफ तो लड़ाई है कांग्रेसी पार्टी की। जो लोग सामाजिक भेदभाव के कारण इस प्रकार के कृत्य से देश के संविधान और लोकतंत्र को चुनौती दे रहे है।
देश में जहां एक तरफ नारी सशक्तिकरण नारी सम्मान की बात की जाती है तो दूसरी तरफ ऐसी तस्वीर सामने उभर कर आती है। हकीकत में नारियों को सभी तरह के अपमान के घूंट पीने पड़ जाते हैं। इसका ताजा उदाहरण सतना के रामपुर बघेलान जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत अकौना में देखने को मिला। जहां महिला सरपंच को पहले ध्वजारोहण से रोका गया फिर वही विशेष ग्राम सभा के दौरान कुर्सी तक नहीं दी गई यह अपमान सहन नहीं होने पर सरपंच सभा में भाग नहीं ली.
ग्राम सभा के दौरान खड़ी रही सरपंच MP Politics News
ग्राम पंचायत की महिला सरपंच ग्राम सभा के दौरान खड़ी रही जबकि दूसरी तरफ पंचायत सचिव दबंगई के साथ कुर्सी पर बैठकर उपसरपंच के साथ बातचीत कर रहा है। कुर्सी की मांग करने पर दो दो टूक शब्दों में कहा कि अपने घर से ले आओ यह हद तब हो गई जब महिला सरपंच ने कहा कि यह ग्राम सभा है और मेरी कुर्सी कहां है? तो सचिव और उप सरपंच ने कहां बैठ जाओ जहां बैठता हो कुर्सी नहीं है।
कांग्रेस इसी विचारधारा से कर रही लड़ाई – जीतू पटवारी
कांग्रेस नेता पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने अपने सोशल मीडिया X पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘ ऐसी ही मानसिकता के खिलाफ तो लड़ाई है कांग्रेसी पार्टी की। जो लोग सामाजिक भेदभाव के कारण इस प्रकार के कृत्य से देश के संविधान और लोकतंत्र को चुनौती दे रहे है! आदरणीय राहुल गांधी जी की सामाजिक न्याय हेतु अलख जगाती “जातिगत जनगणना” का उद्देश्य ही यहीं है कि “सभी की भागीदारी, सबकी हिस्सेदारी” से भारत आगे बढ़े! एक ऐसा भारत जहां जात पात, बड़ा-छोटा, अमीर- गरीब, अगड़ा-पिछड़ा का फ़र्क न हो। समभाव और सद्भाव देश के सभी नागरिकों में व्याप्त हो।
महिला सम्मान की बात करते है पीएम और सीएम
मध्य प्रदेश में एक तरफ महिलाओं को लक्ष्मी माना जाता है यहां के मुख्यमंत्री महिलाओं को बहन मानकर हर महीने 1250 रुपए उपहार भी देते हैं। प्रधानमंत्री भी इसी स्वर में दहाड़ लगाते है। लेकिन जब बात आती है महिला सुरक्षा सम्मान की तब सभी दावे फेल नजर आते हैं। जहां एक तरफ महिला सरपंच के साथ ऐसा घिनौना मजाक उन्हीं के आला कर्मचारी करते है। फिलहाल इस मामले पर कांग्रेस नेता ने जवाब दिया है.
दोषियों पर हो कार्यवाही
वहीं ,दूसरी तरफ सोशल मीडिया यूजर्स इस मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। कुछ यूजर्स ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि एक तरफ मध्य प्रदेश में नारी सम्मान तो दूसरी तरफ ऐसा अपमान, दूसरे यूजर्स ने लिखा कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई हो, तीसरी यूजर्स ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि दोषियों पर कार्यवाही हो।(MP Politics News).