मध्य प्रदेश का 53वा जिला मऊगंज बना है। जिसके बाद मैहर को जिला बनाने का पुराना वादा पूरा किया गया. हालांकि मप्र में कई विधानसभा को जिला बनाया गया है। चुनावी घोषणाओं को पूरा करने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा प्रदेश में तीन नए जिले बनाए थे. जिनके विकास को लेकर बड़े ऐलान किए गए थे। 4 मार्च 2023 को मऊगंज को जिला बनाया गया इसके बाद 2024 में सीएम मोहन यादव के द्वारा 5 हजार करोड़ रुपए का भूमिपूजन किया गया। ऐसी संभावना है कि 2030 तक मऊगंज शहर को स्मार्ट सिटी के तेज पर विकास कार्य किए गए थे.

संसद में रेलवे स्टेशन की उठी थी मांग

मऊगंज जिला के साथ-साथ रेलवे स्टेशन की मांग भी पिछले कई वर्षों से मांगी जा रही है। जिसकी पुष्टि रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा के द्वारा हाल ही में संसद में आवाज उठाई गई थी. उन्होंने कहा था कि रीवा वाया मऊगंज - मिर्जापुर रेलवे स्टेशन बनता है तो इस क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हो जाएंगे औद्योगिक के साथ-साथ व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी अच्छी पहल होगी. हालांकि उनके इस मांग के बाद सामान्य तौर पर किसी भी तरह से हलचल नहीं हो रही है.

2030 तक स्मार्ट सिटी का हो सकता है विकास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा कुछ वर्ष पहले भारत के कई शहरों को स्मार्ट सिटी के तर्ज पर विकास करने का संकल्प लिया गया था. जिसे वह लगातार पूरा भी कर रहे हैं मध्य प्रदेश के कई शहरों को स्मार्ट सिटी के तर्ज पर विकास किया जा रहा है. जिसमें रीवा शामिल है। हालांकि प्रदेश में जितने भी नए जिले बने हैं उनमें से मैहर पहले से ही विकसित रहा है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि साल 2030 तक मऊगंज शहर को भी स्मार्ट सिटी बनाने का संकल्प लिया जाएगा और विकास कार्य किए जाएंगे.

सीएम मोहन यादव ने मऊगंज को दी 5 हजार करोड़ रुपए की सौगात

14 दिसंबर 2024 को सीएम मोहन यादव का आगमन मऊगंज में हुआ इस दौरान उन्होंने कहा कि मऊगंज विकास की दौड़ में पीछे छूट गया था। हमारी सरकार ने मऊगंज को जिला बनाया और अब सरकार ही मऊगंज को विकास की सौगाते दे रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 5041 करोड़ की सीतापुर-हनुमना लिफ्ट इरिगेशन परियोजना का शिलान्यास किया। इस परियोजना से मऊगंज जिले के 400 से अधिक गांवों में सिंचाई की सुविधा मिलेगी। समारोह में 5175 करोड़ रुपए के 57 निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया गया।