9 फरवरी 2025/ मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस साल हाई स्कूल और हाई सेकेंडरी परीक्षा में कॉपी जांचने के लिए कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं. लगभग 41,000 शिक्षक कॉपी जांचने के कार्य में लगाए जाएंगे जबकि 10% शिक्षक को रिजर्व के तौर पर तैयार रहेंगे. एक शिक्षक को एक दिन में अधिकतम 45 कॉपी जांचने की अनुमति दी गई है. पहले 30 कॉपी जचने के बाद ही अतिरिक्त 15 कॉपियां दी जाती थी.

मंडल के द्वारा कॉपी जांचने के लिए शिक्षकों को दसवीं की प्रति कॉपी पर ₹15 एवं 12वीं की प्रति कॉपी पर 16 रुपए देने का फैसला लिया है. साथ ही कॉपी जांचने में लापरवाही पाए जाने पर शिक्षकों से ₹100 का जुर्माना वसूला जाएगा।

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CCTV, जैमर की सीमित व्यवस्था

इस साल में आयोजित होने वाली परीक्षा में मूल्यांकन केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के फैसले गए हैं. जिनकी निरंतर मॉनिटररिंग की जाएगी ,हालांकि परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी लगाने की योजना नहीं है. इसके अलावा करीब 200 संवेदनशील एवं अति संवेदनशील केंद्रों पर भी जैमर लगाए जाएंगे

मंडल का ऐसा मानना है की परीक्षा केंद्रों पर अधिकारियों के मोबाइल फोन पहले से ही प्रतिबंध है इसलिए जैमर की आवश्यकता नहीं है.

90% अंक आने पर फिर कॉपियों की होगी जांच

माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल ने अभी निर्देश दिए हैं कि जिन छात्रों के 90% से अधिक अंक आएंगे उनकी कॉपियों का दोबारा जांच की जाएगी. इन कॉपियों को सब्जेक्ट शिक्षक के साथ-साथ मुख्य परीक्षक और उपमुख्य परीक्षक भी जांच करेंगे. इसके अलावा मेरीटोरियम छात्रों की कॉपी को भी पुनः जांचा जाएगा

मॉडल आंसर के आधार पर होगी जांच

प्रश्न पत्र को जांचने के लिए शिक्षकों को इस दौरान मॉडल आंसर सीट उपलब्ध कराई जाएगी. जिसके आधार पर वह छात्रों के उत्तरों का मूल्यांकन कर सकेंगे. साथ ही नंबरों को टोटल कम से कम दो से तीन बार जांचने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी तरह की समस्या ना हो

अगर किसी भी प्रश्न में छात्र ने आंशिक उत्तर दिया है तो उसे आधे अंक दिए जाएंगे मंडल का ऐसा कहना है कि इन सख्त नियमों से परीक्षा प्रक्रिया में प्रदर्शित बढ़ेगी और छात्रों को उनके वास्तविक अंक मिलेंगे।