देश में जल्द सस्ता होने वाला है LPG गैस सिलेंडर,सरकार ने प्लान कर लिया तैयार,जानिए कैसे और कब!
LPG Cylinder Price: देशभर में रसोई गैस (एलपीजी) का उपयोग करने वाले करोड़ों लोगों के लिए अच्छी खबर है! अप्रैल 2025 से गैस सिलेंडर की किल्लत में कमी आएगी और कीमतों में भी राहत मिलने की उम्मीद है। इसकी वजह हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) द्वारा मैंगलोर में देश की सबसे बड़ी एलपीजी कैवर्न का …

LPG Cylinder Price: देशभर में रसोई गैस (एलपीजी) का उपयोग करने वाले करोड़ों लोगों के लिए अच्छी खबर है! अप्रैल 2025 से गैस सिलेंडर की किल्लत में कमी आएगी और कीमतों में भी राहत मिलने की उम्मीद है। इसकी वजह हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) द्वारा मैंगलोर में देश की सबसे बड़ी एलपीजी कैवर्न का निर्माण पूरा होना है। यह भंडारण सुविधा न केवल गैस की सप्लाई को स्थिर बनाएगी, बल्कि उपभोक्ताओं को भी कई लाभ पहुंचाएगी।
इसे भी पढ़ें क्लिक:- रीवा जिले के युवाओं के लिए खुशखबरी,कल लगेगा मेला 12 कंपनियां करेंगी शिरकत,5 हजार 25,000 तक मिलेगा वेतन!
मैंगलोर में बन रही है भारत की सबसे बड़ी एलपीजी कैवर्न
एचपीसीएल के निदेशक अमित गर्ग के अनुसार, मैंगलोर में 80,000 मीट्रिक टन क्षमता वाली एलपीजी कैवर्न बनाई जा रही है। यह अत्याधुनिक तकनीक से बनी एक भूमिगत चट्टानी गुफा होगी, जहां एलपीजी को सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया जाएगा। इस परियोजना से देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती मिलेगी और एलपीजी की आपूर्ति निर्बाध बनी रहेगी।
एलपीजी कैवर्न की प्रमुख विशेषताएँ
एलपीजी उपभोक्ताओं को होंगे ये बड़े फायदे
✔ गैस सिलेंडर की कमी नहीं होगी – बड़ी भंडारण क्षमता होने के कारण एलपीजी की निरंतर आपूर्ति बनी रहेगी।
✔ कीमतों में स्थिरता – अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढ़ने के बावजूद घरेलू उपभोक्ताओं पर असर कम होगा।
✔ गैस आपूर्ति में सुधार – त्योहारों और आपातकालीन स्थितियों में भी सिलेंडर की उपलब्धता बनी रहेगी।
✔ ग्रामीण इलाकों में आसान एलपीजी कनेक्शन – उज्ज्वला योजना के तहत अधिक परिवारों को लाभ मिलेगा।
✔ भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती – बड़ी मात्रा में एलपीजी भंडारण से देश की ऊर्जा आपूर्ति अधिक सुरक्षित होगी।
कैसे काम करेगी मैंगलोर एलपीजी कैवर्न?
1. एलपीजी का आयात – नया मैंगलोर पोर्ट के जरिए गैस भारत में लाई जाएगी।
2. भूमिगत भंडारण – इस एलपीजी को विशाल भूमिगत कैवर्न में संग्रहित किया जाएगा।
3. वितरण प्रणाली – मैंगलोर, मैसूर, बेंगलुरु, हैदराबाद और अन्य शहरों तक एलपीजी की आपूर्ति पाइपलाइन और टैंकरों से होगी।
भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मिलेगा नया आयाम
एचपीसीएल की यह परियोजना भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने और बढ़ती एलपीजी मांग को संतुलित करने में अहम भूमिका निभाएगी। इस ऐतिहासिक निर्माण से उपभोक्ताओं को अधिक सुरक्षित, सुलभ और किफायती गैस आपूर्ति मिलेगी। आने वाले समय में यह कदम भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेगा और आम लोगों को महंगी गैस से राहत दिलाएगा।