Kolkata Doctar Case: कोलकाता डॉक्टर दुष्कर्म मर्डर केस में CBI का खुलासा, रेप या गैंगरेप और क्राइम सीन से छेड़छाड़!
Kolkata Doctar Case: कोलकाता लेडी डॉक्टर रेप मर्डर केस में सीबीआई में कुछ बड़े खुलासे से किए हैं, सीबीआई ने रेप या गैंगरेप और क्राइम सीन पर हुई है छेड़छाड़। Kolkata Doctar Case कोलकाता के आईजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर का रेप और हत्या किए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट …

Kolkata Doctar Case: कोलकाता लेडी डॉक्टर रेप मर्डर केस में सीबीआई में कुछ बड़े खुलासे से किए हैं, सीबीआई ने रेप या गैंगरेप और क्राइम सीन पर हुई है छेड़छाड़।
Kolkata Doctar Case कोलकाता के आईजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर का रेप और हत्या किए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की इस दौरान सीबीआई ने अपने स्टेटस रिपोर्ट अदालत में शौप दी है। कोर्ट के अंदर दोनों तरफ से दर्जनों वकील मौजूद थे,लेकिन उनको सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट देखने-पढ़ने का मौका नहीं मिला, वजह ये थी कि जांच अभी जारी है और इस स्टेट्स रिपोर्ट के खुलासे से शायद जांच पर असर पड़ सकता है।
सीबीआई के हाथ लगी जानकारी सुप्रीम कोर्ट में सौंप गई है, सीबीआई की इस स्टेटस रिपोर्ट के अंदर क्या-क्या है यह तो पता नहीं चला है, लेकिन कुछ न्यूज चैनल को सीबीआई के सूत्रों से जानकारी हाथ लगी है। जो बेहद चौंकाने वाली है, आखिर पिछले 10 दिनों की जांच के बाद CBI इस केस को लेकर किस नतीजे पर पहुंची है।
हालांकि सीबीआई ने कोर्ट में क्या स्टेटस दिया है इस पर अभी फिलहाल कोई जानकारी नहीं आई है। लेकिन कुछ सूत्रों के मुताबिक थोड़ी बहुत जानकारी पता चली है इसके बारे में हम आपको बताते हैं। कोलकाता पुलिस की जांच सीबीआई की जांच से कितनी मिलती जुलती या हट कर है? लेकिन चूंकि स्टेट्स रिपोर्ट बेहद गोपनीय थी, इसलिए इन सवालों के जवाब सामने नहीं आ पाए।
रेप या गैंगरेप का मामला-CBI
न्यूज चैनल द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक अर्जित कर अस्पताल की जूनियर डॉक्टर के साथ गैंगरेप नहीं हुआ था बल्कि यह एक रेप था। और यह दुष्कर्म के बाद जूनियर डॉक्टर का कत्ल करने वाला एक अकेला संजय रॉय था, वही संजय रॉय जिसे 9 अगस्त को ही कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था,और वही संजय रॉय जो फिलहाल सीबीआई की कस्टडी में है।
क्राइम सीन पर पुलिस और CBI एक जैसे
जानकारी के अनुसार कोलकाता पुलिस और फिर सीबीआई दोनों की लाइन ऑफ इन्वेस्टिगेशन उस सेमिनार हॉल को लेकर एक जैसी ही थी। सेमिनार हॉल की तरफ जाने वाले सीसीटीवी फुटेज में सिर्फ एक ही संदिग्ध नजर आया था और वो संजय रॉय ही था।
इसके अलावा रात तीन से लेकर सुबह साढ़े पांच बजे तक सेमिनार हॉल की तरफ जाता कोई संदिग्ध मिला ही नहीं, जो कुछ लोग कैमरे में वहां से गुजरते दिखाई भी दिए, उनमें से ज्यादतर लोग तीन से पांच मिनट में अपने-अपने वार्ड या अपने-अपने काम में जुटे नजर आए।