Indore News today: इंदौर न्यायालय ने 2019 में हुई एक शादी को शून्य घोषित कर दिया है। कोर्ट का ऐसा मानना है की लड़की के पिता ने बेटी की मानसिक हालत को दूल्हे से छुपाया दुल्हन की प्रतिक्रिया देने का तरीका और चल रहे इलाज से प्रमाणित है कि दुल्हन शादी के पहले से ही मानसिक रोगी है। इसके बावजूद भी परिवार ने उसकी शादी कर दी। उसे दांपत्य के संबंध में जानकारी है और ना ही शादी को लेकर जवाबदारियों की जानकारी है
इस निर्णय से पहले लड़की के पिता ने न्यायालय में दलील दी की लड़की ठीक है सिर्फ स्लो मूवमेंट करती है। हालांकि न्यायालय ने यह दलील खारिज करते हुए दूल्हे के हक में फैसला सुनाया है
कोर्ट ने शादी शून्य करते हुए कहीं 4 बड़ी बातें indore News
- यह प्रमाणित होता है कि दुल्हन शादी से पहले ही सिजोफ्रेनिया नामक मानसिक बीमारी से पीड़ित है। वह सोचने-समझने की क्षमता नहीं रखती।
- शादी की पहली रात दुल्हन द्वारा मानसिक कारणों से बिस्तर पर ही मल मूत्र त्याग कर दिया। यह प्रमाणित तथ्य है।
- जब दुल्हन का खुद पर कंट्रोल नहीं है तो वह शादी की पहली रात कोने में बैठी है तो ऐसे में किसी भी व्यक्ति के लिए संभव नहीं कि ऐसे जीवनसाथी से रिलेशन बनाए। ऐसा होता तो वह क्राइम भी होता।
- गवाह और फैक्ट्स से साफ होता है कि एक पिता ने बेटी की वास्तविक मेंटर हालत को दूल्हे से छुपाए रखी। धोखे से शादी करवाई। लिहाजा दूल्हा इस शादी को शून्य करवाने का लिए अधिकार रखता है।
शादी तय होने से लेकर , कोर्ट की सुनवाई तक
मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में रहने वाले 32 वर्षीय मुकेश विवाह करना चाहते था। साल 2019 में मेट्रोमनी वेबसाइट के माध्यम से उसकी बातचीत ग्वालियर की रहने वाली 34 वर्षीय प्रिया से हुई, मुकेश ने प्रिया को विवाह के लिए आमंत्रित किया और मिलने की बात की प्रिया ने जवाब दिया कि हमारे यहां शादियों से पहले मेल मुलाकात नहीं होती।
इसके बाद दोनों परिवार आपस में मिले यह मिलन सगाई तक पहुंच गया सगाई हुई। सगाई वाले दिन प्रिया को कुछ समय के लिए सभा में लाया गया महिलाएं उसे घेर कर रखी थी सगाई के बाद तुरंत उसे वापस ले जाया गया प्रयास से किसी को भी मिलने नहीं दिया गया।
प्रिया के पास खुद का मोबाइल फोन नहीं था मुकेश को प्रिया के पिता के नंबर पर फोन करना पड़ता था प्रिया से बात करने को कहना पड़ता था, सगाई के बाद मुकेश और प्रिया की फोन पर बात नहीं हो पाती थी। प्रिया के परिवार वाले कहते थे कि विवाह से पहले हमारे यहां यह सब नहीं होता कुछ दिन बाद लड़की के घर वालों ने शादी के लिए मजबूर किया और 12 दिसंबर 2019 को विवाह हो गया
शादी के बाद दुल्हन प्रिया इंदौर अपने ससुराल आ गई रात को मुकेश अपने कमरे में पहुंचा तो प्रिया कोने में बैठी थी उसने देखा तो बिस्तर पर गंदगी फैली हुई थी सवाल किया तो प्रिया ने कोई जवाब नहीं दिया मुकेश ने घर वालों को बताया फिर प्रिया के पिता को फोन कर पूरी कहानी बताएं पिता ने कहा कि ग्वालियर से इंदौर काफी दूर है और हमारी बेटी ने कभी इतना लंबा सफर नहीं किया ठंड के कारण पेट खराब हो गया होगा यह कह कर बात को रफा दफा करने का प्रयास किया गया
शादी के 10 महीने बाद फैमिली कोर्ट में दायर की याचिका
विवाह के 10 महीने बाद अक्टूबर 2020 में दूल्हे मुकेश ने विवाह को शून्य करने के लिए फैमिली कोर्ट इंदौर में एक याचिका लगाई थी मुकेश ने न्यायालय में खुलासा किया कि विवाह की रस्म के दौरान भी दुल्हन के घर वालों ने यह पता ही नहीं चलने दिया कि वह दिमाग की रूप से कमजोर है फेर लेते वक्त एक व्यक्ति ने दुल्हन को पकड़ के रखा था पूछने पर कहा कि फेरे के पहले हमारे यहां लड़कियां खाती पीती नहीं है जिस कारण वह कमजोर हो जाती हैं इस वजह से फेर में सहायता करना पड़ रहा है उन्होंने फोटो वीडियोग्राफी करवाई थी उसमे में भी दुल्हन को पकड़ कर रखा गया है हालांकि न्यायालय में क्रॉस के दौरान दुल्हन के परिवार ने इससे मना किया
कोर्ट में दुल्हन के पिता बोले- लड़की बस स्लो है
न्यायालय में अपने बयान के दौरान दुल्हन के पिता ने कहा की बेटी की शादी मुकेश से ग्वालियर में हुई थी विवाह के पहले मुकेश घरवालों सहित उसकी बेटी को देखने आए हुए थे विवाह में 75 बाराती मौजूद थे बेटी के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में दूल्हे मुकेश ने पूरी जानकारी ली बेटी को मानसिकता की बीमारी नहीं है वह केवल धीरे-धीरे कार्य करती है जिसे स्लो मूवमेंट करना कहा जाता है जो काम 15 मिनट का है वह 35 से 40 मिनट में होता है
प्रिया के पिता ने इस बात को मन की बेटी का स्लो मूवमेंट और कपड़ों में लैट्रिन पेशाब निकल जाना ‘ इनसेन कैटेगरी के लक्षण है। पिता ने आरोप लगाया है कि बहाने से बेटी को दामाद छोड़कर भाग गया बाद में लेने भी नहीं पहुंचा तब कोरोना कल में बहाना बनाया फोन पर अलग-अलग तरीकों से पैसे रूपों की मांग करता रहा कभी 20 तो कभी ₹50000 की मांग की जाती थी
मेरा नाम अमर मिश्रा है और मैं मध्यप्रदेश के रीवा जिले का निवासी हूं। मैंने अपनी स्नातक की पढ़ाई B.Com / CA अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APSU) से पूरी की है। मुझे मीडिया जगत में काम करते हुए लगभग 9 साल से ज्यादा का अनुभव है।मैंने 2016 में रीवा जिले में पत्रकारिता की शुरुआत की थी और FAST INDIA NEWS से अपने कैरियर की शुरुआत की। इसके बाद, 2017-18 में मैंने मध्यप्रदेश जनसंदेश और आंखों देखी लाइव में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। 2019 में, मैंने अमरकीर्ति समाचार पत्र में रीवा ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्य किया। 2019-20 से, मैं HARIT PRAWAH समाचार पत्र का सम्पादक हूँ।अपने पत्रकारिता करियर के दौरान, मुझे सटीक और निष्पक्ष समाचार प्रस्तुत करने के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। मेरी कोशिश हमेशा यही रही है कि मैं अपने पाठकों को सच्ची और प्रामाणिक खबरें प्रदान करूं।पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरी यह यात्रा निरंतर जारी है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी मैं अपने पाठकों के लिए विश्वसनीय और सटीक समाचार प्रदान करता रहूंगा।
संपादक – अमर मिश्रा