पीएम किसान 20वीं किस्त जल्द जारी! जानें स्टेटस व पूरी प्रक्रिया
पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त जून 2025 में आने की उम्मीद है। जानिए ई-केवाईसी, स्टेटस चेक और लाभार्थी सूची में नाम देखने की पूरी प्रक्रिया इस लेख में।

देशभर के करोड़ों किसानों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त जून 2025 में जारी होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि सरकार की ओर से अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार किसान जल्द ही इस किस्त का लाभ उठा सकते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले 19वीं किस्त 24 फरवरी 2025 को जारी की गई थी, जिससे 9.8 करोड़ से अधिक किसानों को लाभ मिला, जिनमें 2.4 करोड़ महिलाएं शामिल थीं। वहीं, 18वीं किस्त अक्टूबर 2024 में और 17वीं किस्त जून 2024 में वितरित की गई थी।
क्या है पीएम किसान सम्मान निधि योजना
यह योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसके तहत पात्र किसानों को सालाना 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह राशि तीन किस्तों में दी जाती है:
पहली किस्त: अप्रैल से जुलाई
दूसरी किस्त: अगस्त से नवंबर
तीसरी किस्त: दिसंबर से मार्च
यह रकम सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। इस योजना की शुरुआत 2019 में की गई थी और अब यह दुनिया की सबसे बड़ी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) योजना बन चुकी है।
ई-केवाईसी है अनिवार्य
किस्त का लाभ उठाने के लिए किसानों को ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य है।
OTP आधारित ई-केवाईसी: पीएम किसान पोर्टल पर उपलब्ध है।
बायोमेट्रिक ई-केवाईसी: नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर करवाई जा सकती है।
ऐसे चेक करें लाभार्थी स्टेटस
1. पीएम किसान की वेबसाइट www.pmkisan.gov.in पर जाएं
2. ‘अपना स्टेटस जानें’ टैब पर क्लिक करें
3. रजिस्ट्रेशन नंबर और कैप्चा दर्ज करें
4. ‘डेटा प्राप्त करें’ पर क्लिक करें
लाभार्थी सूची में नाम देखने की प्रक्रिया
1. वेबसाइट पर जाएं
2. 'लाभार्थी सूची' टैब पर क्लिक करें
3. राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव की जानकारी भरें
4. ‘रिपोर्ट प्राप्त करें’ पर क्लिक करें
इसके बाद आप देख सकते हैं कि आपका नाम सूची में शामिल है या नहीं।
अगर आप पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं तो जून 2025 की अगली किस्त का इंतजार खत्म होने वाला है। सुनिश्चित करें कि आपका ई-केवाईसी पूरा हो और आप समय पर स्टेटस चेक करते रहें, ताकि लाभ मिलने में कोई बाधा न आए।