Famous faces in Maha Kumbh: महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जहां करोड़ों श्रद्धालु और साधु-संत एकत्र होते हैं। इस बार के महाकुंभ में 66 करोड़ से ज्यादा लोगों की उपस्थिति रही, जिनमें कई ऐसे चेहरे शामिल थे, जिन्होंने अलग-अलग कारणों से खूब सुर्खियां बटोरी। आइए जानते हैं कुछ खास चर्चित नामों और उनकी अनोखी कहानियों के बारे में।

Famous faces in Maha Kumbh आईआईटी से संन्यास की राह तक – अभय सिंह

हरियाणा के अभय सिंह, जिन्हें "आईआईटी एन बाबा" के नाम से जाना गया, महाकुंभ में चर्चा का केंद्र बने। उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और कनाडा में नौकरी भी की, लेकिन संतोष नहीं मिला। जीवन में शांति की तलाश में वे भारत लौट आए। जब परिवार ने शादी के लिए दबाव डाला, तो उन्होंने घर छोड़ दिया और संन्यास का मार्ग अपना लिया। हालांकि, महाकुंभ में उनके व्यवहार को लेकर विवाद हुआ और जूना अखाड़े ने उन्हें निष्कासित कर दिया।

Famous faces in Maha Kumbh सुंदर साध्वी की वायरल कहानी – हर्षा ऋच्छारिया

सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर हर्षा ऋच्छारिया भी महाकुंभ में चर्चा का विषय रहीं। पेशवाई के दौरान जब वे संतों के साथ रथ पर बैठीं, तो उनका वीडियो तेजी से वायरल हुआ। सोशल मीडिया पर उन्हें "सुंदर साध्वी" कहा जाने लगा, लेकिन कुछ संतों ने इसे धर्म का प्रदर्शन करार देते हुए विरोध जताया। विवाद बढ़ने के बाद हर्षा ने महाकुंभ छोड़ने का ऐलान कर दिया और अपने गुरु स्वामी कैलाशानंद गिरी का कैंप छोड़कर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी के सानिध्य में चली गईं। Famous faces in Maha Kumbh

माला बेचने आई मोनालिसा बनी इंटरनेट सेंसेशन

मध्य प्रदेश से आई मोनालिसा, जो मेला क्षेत्र में माला बेच रही थीं, अचानक सोशल मीडिया स्टार बन गईं। 15 जनवरी से उनके वीडियो वायरल होने लगे, जिसमें लोग खासतौर पर उनकी खूबसूरत आंखों की तारीफ कर रहे थे। श्रद्धालु उनके साथ सेल्फी लेने के लिए उमड़ पड़े और यूट्यूबर्स उनके इंटरव्यू के लिए पीछे पड़ गए। इस बेइंतहा ध्यान से परेशान होकर मोनालिसा को मेला छोड़ना पड़ा। Famous faces in Maha Kumbh

ममता बनी महामंडलेश्वर

90 के दशक की मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने हाल ही में महाकुंभ 2025 में संन्यास लेकर साध्वी जीवन की शुरुआत की है। उन्होंने किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से मुलाकात की और आशीर्वाद लिया। अब वे 'श्री यामाई ममता नंद गिरि' के नाम से जानी जाएंगी। इस अवसर पर उनकी भगवा वस्त्रों में तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिसमें वे गले में रुद्राक्ष की माला और कंधे पर भगवा झोला लिए दिखाई दे रही हैं।

महाकुंभ न केवल आध्यात्मिकता और भक्ति का संगम है, बल्कि यह उन अनोखी कहानियों को भी जन्म देता है, जो समाज में चर्चा का विषय बनती हैं। इस साल भी कई लोगों ने अपनी अनूठी पहचान बनाई, जिससे यह महाकुंभ और भी यादगार बन गया।