Electric Bus in rewa: रीवा में वर्षों बाद एक बार फिर से यात्री बसों का संचालन होने जा रहा है, लेकिन इस बार यह बसें पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रिक होंगी। मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में इलेक्ट्रिक बस सेवा को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजना तैयार की है, जिसके तहत रीवा को छह इलेक्ट्रिक बसें आवंटित की गई हैं।

योजना की मौजूदा स्थिति

हालांकि बस सेवा शुरू होने से पहले ही कुछ अड़चनें आ गई हैं। टेंडर प्रक्रिया में शामिल फर्मों ने दो मुख्य मांगें रखी हैं, जिनमें अंतरराज्यीय परमिट की अनुमति और अन्य नगर निगमों को इस क्लस्टर में शामिल करने की बात कही गई है। इस संबंध में रीवा नगर निगम ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है और निर्णय आने के बाद जल्द ही बस सेवा शुरू होने की उम्मीद है।

प्रदेशभर में ई-बस सेवा का विस्तार

राज्य सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2025 के तहत पूरे प्रदेश में ई-बस सेवा को बढ़ावा दिया जा रहा है। अमृत योजना के तहत पहले चरण में मध्य प्रदेश के 12 शहरों में कुल 126 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी, जिनमें रीवा को छह बसें मिली हैं।

शासन के निर्णय का इंतजार

नगर निगम रीवा के आयुक्त सौरभ संजय सोनवाने ने जानकारी दी कि सरकार से स्वीकृति मिलने के बावजूद कुछ तकनीकी कारणों से ठेकेदारों ने संशोधन की मांग की है। शासन से सहमति मिलते ही रीवा में जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर दौड़ने लगेंगी, जिससे यात्रियों को बेहतर और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन सेवा उपलब्ध होगी।

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रीवा के लिए क्या होगा फायदा?

प्रदूषण में कमी: इलेक्ट्रिक बसें डीजल या पेट्रोल पर निर्भर नहीं होतीं, जिससे वायु प्रदूषण कम होगा।

आधुनिक परिवहन सेवा: रीवा के नागरिकों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।

सरकारी प्रोत्साहन: इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार विशेष सुविधाएं दे रही है, जिससे शहर के विकास को गति मिलेगी।

अब बस शासन के अंतिम निर्णय का इंतजार है, जिसके बाद रीवा में सार्वजनिक परिवहन का यह नया अध्याय शुरू हो जाएगा।