रीवा। देउर जंगल में पांच माह पूर्व हुई एक अज्ञात व्यक्ति की हत्या के मामले में जवा और गढ़ थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने प्रेम-प्रसंग में बाधा बनने पर अपने साथी के साथ मिलकर युवक की निर्मम हत्या की थी।

बताया गया कि दिनांक 16 अक्टूबर 2024 को थाना गढ़ पुलिस को सूचना मिली थी कि देउर जंगल में एक अज्ञात शव पड़ा है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो पाया गया कि मृतक की गला घोंटकर और सिर कुचलकर हत्या की गई थी। पहचान छिपाने के लिए शव को जंगल में फेंका गया था। मृतक के कपड़े और चप्पल मौके से बरामद किए गए थे, परंतु शव की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। इस संबंध में थाना गढ़ में अपराध क्रमांक 434/24 धारा 103(1) बीएनएस के तहत अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक लाल और डभौरा एसडीओपी उदित मिश्रा के नेतृत्व में थाना जवा और गढ़ की संयुक्त टीम गठित की गई।

जांच में सामने आया चौंकाने वाला वीडियो

थाना जवा में दर्ज एक गुमशुदगी की जांच के दौरान पुलिस को एक वायरल वीडियो हाथ लगा, जिसमें एक महिला एक युवक की हत्या करते हुए दिखाई दे रही थी। वीडियो की पुष्टि के बाद घटना स्थल की पहचान की गई, जो देउर कोठार क्षेत्र निकला।

डभौरा एसडीओपी उदित मिश्रा के मार्गदर्शन में जवा थाना प्रभारी और उनकी टीम ने महिला की तलाश शुरू की और उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में महिला ने स्वीकार किया कि वीडियो में दिखाई जा रही हत्या उसी ने की थी और मृतक का नाम हरवंश था।

गिरफ्तार महिला की पहचान

शोभावती केवट पति का नाम स्व. विनय केवट उम्र 36 वर्ष

निवास:ग्राम लोनीपार, थाना शंकरगढ़, जिला प्रयागराज

पूछताछ में शोभावती ने बताया कि प्रेम-प्रसंग में बाधा बनने पर उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर हरवंश की हत्या कर दी और शव को जंगल में फेंक दिया। आरोपी महिला को 6 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। मामले में एक अन्य आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

जांच में रही इन अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका

थाना प्रभारी जवा गजेन्द्र सिंह धाकड़, उनि .शैलेन्द्र सिंह, थाना प्रभारी गढ़ के. एल. बागरी, सउनि हनुमानदीन वर्मा, सउनि सुखेन्द्र सिंह, सउनि शिवप्रसाद रावत, प्र.आर. अखिलेश्वर सिंह, महिला प्र.आर. दुर्गा तिवारी, प्र.आर. धर्मेन्द्र द्विवेदी, महेन्द्र सिंह, राजेश पाठक, राहुल बरसेना, सूर्य सिंह, शिवेन्द्र मिश्रा, देवेन्द्र सिंह, अभिषेक पाण्डेय, बलराम सिंह यादव, मआर. सरस्वती मीणा, नम्रता भुजिया, तथा साइबर सेल टीम रीवा इन सभी की सराहनीय भूमिका के चलते यह गुत्थी सुलझाई जा सकी।