MP News: मामला मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम (होशंगाबाद) जिले का है। भोपाल के पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया ने कलेक्टर पर कई आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कलेक्टर ने उनकी बहन और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ज्योति बरडिया को जांच और नोटिस के जरिए परेशान किया है। दरअसल, कुछ दिन पहले पत्रकार सिंगोरिया ने नर्मदापुरम जिले में खाद के लिए परेशान किसानों पर लाठीचार्ज की खबर प्रकाशित की थी।

आरोप है कि इससे कलेक्टर सोनिया मीना नाराज हो गईं। इसके बाद उन्होंने पत्रकार के बारे में जानकारी जुटाई। पता चला कि पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया की बहन ज्योति नर्मदापुरम जिले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है। इसके बाद प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ और 24 अक्टूबर को जांच दल तहसीलदार कीर्ति पवार के साथ सिवनी-मालवा तहसील के जीरावेह गांव के आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचा। जांच में कोई बड़ी अनियमितता नहीं मिली।

नींद से जगाकर थमाया नोटिस - MP News

पत्रकार कुलदीप ने प्रभारी मंत्री राकेश सिंह और सीएमओ को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद भी कलेक्टर ने एसडीएम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ज्योति को कारण बताओ नोटिस जारी करवा दिया। प्रशासन नोटिस थमाने की इतनी जल्दी में था कि दिन में ही जांच की गई और रात 10 बजे प्रशासनिक अमला गांव पहुंचा और परिवार को नींद से जगाकर नोटिस थमाया। इस मामले में मीडिया ने कलेक्टर सोनिया मीना से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

जज को पत्र लिखने पर लगी थी फटकार

सूत्रों के अनुसार कलेक्टर सोनिया मीना ने हाल ही में भोपाल के पत्रकार अभिषेक दुबे के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। गौरतलब है कि जुलाई 2024 में कलेक्टर का हाईकोर्ट से विवाद सुर्खियों में रहा था। तब सोनिया मीना हाईकोर्ट में पेश नहीं हुई थीं, इसलिए हाईकोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई थी। दरअसल, उन्होंने एक मामले में सीधे हाईकोर्ट के जज को पत्र लिखा था। यह पत्र एडीएम ने कोर्ट में जज को दिया था, जिसके बाद जस्टिस गुरपाल सिंह अहलूवालिया ने कलेक्टर को फटकार लगाई थी।