ट्रेंडिंग

cement price : अचानक 5 से 20 रुपए महंगा हुआ सीमेंट, इन कम्पनियों ने बढ़ाए दाम, जानिए नई प्राइस

Cement Price: हिमाचल में सीमेंट फिर महंगा हो गया है। डीलरों ने कीमतों में 5 से 20 रुपये प्रति बैग की बढ़ोतरी की है।

 

Cement Price: अमर उजाला के मुताबिक हिमाचल में सीमेंट फिर महंगा हो गया है। डीलरों ने कीमतों में 5 से 20 रुपये प्रति बैग की बढ़ोतरी की है। हालांकि डीलर कीमतों में बढ़ोतरी का कारण कंपनी द्वारा डिस्काउंट बंद करना बता रहे हैं। एसीसी सीमेंट विक्रेता पवन बरूर ने बताया कि एसीसी सुरक्षा सीमेंट पहले 430 रुपये प्रति बैग बिक रही थी, जो अब 440 रुपये में मिलेगी। एसीसी गोल्ड 480 की जगह 485 रुपये में मिलेगी। अंबुजा सीमेंट विक्रेता रोहित शर्मा ने बताया कि पहले अंबुजा सीमेंट 435 रुपये प्रति बैग बिक रही थी।

अब कीमत बढ़कर 455 रुपये हो गई है। डीलरों के अनुसार पहले कंपनियां अलग-अलग जोन बनाकर उन्हें डिस्काउंट देती थीं, जिससे वे ग्राहकों को रियायती दरों पर सीमेंट बेच पाती थीं। हाल ही में कंपनियों ने डिस्काउंट बंद कर दिया है। अब मुनाफा कम होने से उन्हें कीमतें बढ़ानी पड़ रही हैं। कंपनियों ने अपनी बिलिंग में कोई बदलाव नहीं किया है।

कैसे बनता है सीमेंट, कैसे करता है काम

विकिपीडिया के मुताबिक सीमेंट आधुनिक भवन निर्माण में इस्तेमाल होने वाली एक प्राथमिक सामग्री है। सीमेंट मुख्य रूप से कैल्शियम के सिलिकेट और एल्युमिनेट यौगिकों का मिश्रण है, जो कैल्शियम ऑक्साइड, सिलिका, एल्युमिनियम ऑक्साइड और आयरन ऑक्साइड से बने होते हैं।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

सीमेंट तैयार करने के लिए, चूना पत्थर और मिट्टी के मिश्रण को उच्च तापमान पर भट्टी में जलाया जाता है और फिर इस प्रक्रिया के परिणामस्वरूप बनने वाले क्लिंकर को जिप्सम के साथ मिलाकर बारीक पाउडर बनाया जाता है। इस प्रकार प्राप्त अंतिम उत्पाद को साधारण पोर्टलैंड सीमेंट (OPC) कहा जाता है।

भारत में, OPC का निर्माण मुख्य रूप से तीन ग्रेड में किया जाता है। ग्रेड-33, ग्रेड-43 और ग्रेड-53, ये संख्याएँ एक निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार परीक्षण करने पर 28 दिनों के बाद प्राप्त इसकी संपीड़न शक्ति को दर्शाती हैं।

क्यों बढ़ता है सीमेंट के दाम

सीमेंट की कीमतें कई कारणों से बढ़ सकती हैं, जैसे:

रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर से बढ़ती मांग

वैश्विक कारक, जैसे कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नीतियाँ, कच्चे माल की कमी और वैश्विक विनिमय की स्थिति

पेटकोक की कीमतों में गिरावट

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button