रिलायंस ग्रुप की हाउसिंग फाइनेंस से जुड़ी कंपनी रिलायंस होम फाइनेंस बीते कुछ दिनों से निवेशकों के बीच चर्चा में है। पिछले सप्ताह इस शेयर में लगातार उछाल देखने को मिला, और बीते शुक्रवार को यह 5% बढ़कर 3.59 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, इस साल अब तक इसमें 10% की गिरावट आ चुकी है।

शेयर परफॉर्मेंस और मार्केट कैप

पिछले 5 दिन में यह 15% तक चढ़ा।

52 हफ्तों का उच्चतम स्तर: 5.80 रुपये

52 हफ्तों का न्यूनतम स्तर: 2.15 रुपये

मार्केट कैप: 169.60 करोड़ रुपये

एलआईसी की बड़ी हिस्सेदारी

रिलायंस होम फाइनेंस में भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी के पास 74.86 लाख शेयर हैं, जो कंपनी में 1.54% हिस्सेदारी को दर्शाता है। पिछले एक साल में यह शेयर 15% का रिटर्न दे चुका है, जबकि पिछले 5 वर्षों में यह 350% तक उछला है। हालांकि, लंबी अवधि में यह निवेशकों को भारी नुकसान भी दे चुका है। 2017 में इसका भाव 107 रुपये था, जो अब तक लगभग 98% गिर चुका है।

कंपनी का कारोबार

रिलायंस होम फाइनेंस मुख्य रूप से हाउसिंग फाइनेंस क्षेत्र में कार्यरत है। कंपनी निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करती है:

किफायती होम लोन

प्रॉपर्टी लोन

निर्माण वित्त

इसकी स्थापना 5 जून 2008 को धीरूभाई एच. अंबानी द्वारा की गई थी और इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है।

आर्थिक प्रदर्शन (दिसंबर 2024 तिमाही नतीजे)

शुद्ध बिक्री: 0.02 करोड़ रुपये (पिछले वर्ष की तुलना में 87.38% की गिरावट)

तिमाही शुद्ध घाटा: 1.92 करोड़ रुपये (25.11% की वृद्धि)

EBITDA: -1.93 करोड़ रुपये (24.61% की वृद्धि)

क्या निवेश करना सही रहेगा?

हालांकि, पिछले कुछ महीनों में इस शेयर में तेजी देखने को मिली है, लेकिन कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन को देखते हुए इसमें निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है। लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स को इसमें निवेश से पहले कंपनी की फाइनेंशियल स्ट्रेंथ और बाजार स्थितियों को ध्यान से समझना जरूरी है।

(डिस्क्लेमर: यह सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से है, निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।)