खबर है कि देश की बड़ी टेलीकॉम कंपनियां अपने मोबाइल प्लान की कीमतों में 10% से 20% तक की बढ़ोतरी करने जा रही हैं। यानी अगर आपके पास ₹199 का प्लान है तो अब इसकी कीमत आपको ₹220 से ₹240 तक पड़ सकती है। लेकिन सवाल यह उठता है कि टैरिफ क्यों बढ़ रहे हैं? इससे आपका महीने का खर्च कितना बढ़ जाएगा? और कौन सी कंपनियां सबसे पहले दरें बढ़ाने जा रही हैं? सबसे पहले बात करते हैं कि टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल टैरिफ क्यों बढ़ाने जा रही हैं। पहली वजह तो यह है कि 5G नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है। जियो और एयरटेल को 5G टावर लगाने में भारी खर्च उठाना पड़ रहा है ये दो बड़े कारण हैं जिनकी वजह से मोबाइल रिचार्ज महंगा हो सकता है।

वोडाफोन आइडिया भी इस समय आर्थिक तंगी से जूझ रहा है, इसलिए वोडाफोन आइडिया को भी रेवेन्यू बढ़ाने की जरूरत महसूस हो रही है। पिछले 6 साल में यह चौथा मौका है जब टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ प्लान बढ़ाने जा रही हैं। टेलीकॉम कंपनियों ने 2027 तक ₹300 आरपीओ का लक्ष्य रखा है। आरपीओ का मतलब है कि कंपनियों को प्रत्येक ग्राहक से औसत रेवेन्यू पर मिलने वाला औसत रेवेन्यू। आरपीओ अभी कम है।

एयरटेल का आरपीओ करीब ₹245 है जबकि जियो का करीब ₹203 है। कंपनियां चाहती हैं कि यह आंकड़ा ₹300 हो जाए। टेलीकॉम कंपनियों के टैरिफ बढ़ाने से लो एंड प्लान यानी ₹100 और ₹250 वाले प्लान में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या हम इस टैरिफ से बच सकते हैं। इसका जवाब है हां। यहां कुछ तरीके बताए गए हैं, जिनके जरिए आप इस टैरिफ से बच सकते हैं। लॉन्ग टर्म प्लान खरीदें। अगर आपका प्लान 6 महीने या एक साल का है, तो दिसंबर 2025 से पहले उसे रिन्यू करा लें। फैमिली प्लान का इस्तेमाल करें। जियो और एयरटेल के फैमिली या ग्रुप प्लान में प्रति यूजर खर्च कम है। वाई-फाई और ओटीटी बंडल का भी फायदा उठाएं। जियो एयर फाइबर एयरटेल एक्सट्रीम फाइबर जैसे ब्रॉडबैंड प्लान अनलिमिटेड कॉलिंग प्लस डेटा देते हैं।

कैशबैक ऑफर का भी फायदा उठा सकते हैं। अमेजन पेटीएम फोनपे पर रिचार्ज कराने पर आपको अतिरिक्त छूट मिलती है। टेलीकॉम एक्सपर्ट्स का मानना ​​है कि यह टैरिफ कंपनियों के लिए अहम है। 5G में भारी निवेश की वजह से कंपनियों को मुनाफा कम हो रहा है। VI की हालत सुधारने के लिए कीमत बढ़ाना भी बेहद जरूरी है।

मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक अगर चालू कारोबारी साल में टैरिफ में 15 से 20% की बढ़ोतरी होती है, तो जियो और एयरटेल के रेवेन्यू में 8 से 10% की बढ़ोतरी हो सकती है। पिछले साल जुलाई में टेलीकॉम कंपनियों ने टैरिफ में 26 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, यानी एक बार फिर मोबाइल यूजर्स को महंगे रिचार्ज के लिए तैयार रहना होगा।