BSNL की बल्ले - बल्ले 82 लाख यूजर्स ने छोड़ा Jio - Airtel और VI का साथ, जानिए Biztak के आंकड़े
BSNL: निजी टेलीकॉम कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। निजी टेलीकॉम कंपनियों ने करीब 82 लाख ग्राहक खो दिए हैं। यह आंकड़ा अगस्त महीने का है। सबसे ज्यादा ग्राहक जिओ ने खोए हैं। वहीं, BSNL ने कमाल कर दिया है। बीएसएनएल ने 25 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं। तो क्या है पूरा मामला और कैसे …

BSNL: निजी टेलीकॉम कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। निजी टेलीकॉम कंपनियों ने करीब 82 लाख ग्राहक खो दिए हैं। यह आंकड़ा अगस्त महीने का है। सबसे ज्यादा ग्राहक जिओ ने खोए हैं। वहीं, BSNL ने कमाल कर दिया है। बीएसएनएल ने 25 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं। तो क्या है पूरा मामला और कैसे BSNL निजी टेलीकॉम कंपनियों पर भारी पड़ रही है।
यूट्यूब biztak के आंकड़े के अनुसार अगस्त महीने के सब्सक्राइबर डेटा जारी कर दिए हैं। आंकड़े बताते हैं कि अगस्त महीने में निजी टेलीकॉम कंपनियों ने करीब 82 लाख ग्राहक खो दिए हैं। निजी कंपनियों में सबसे बड़ा नाम एयरटेल के है। निजी टेलीकॉम कंपनियों ने करीब 1 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं। रिचार्ज प्लान बढ़ाने के बाद टेलीकॉम कंपनियों को झटका लगा है
दरअसल, जुलाई महीने में टेलीकॉम कंपनियों ने टैरिफ बढ़ा दिए थे, जिसके बाद लाखों यूजर्स ने अपना नंबर BSNL में पोर्ट कराना शुरू कर दिया था. यह प्रक्रिया अभी भी जारी है. अब निजी टेलीकॉम कंपनियों पर इसका असर दिखने लगा है. जियो ने ऐसा किया है, जबकि सरकारी कंपनी BSNL ने टैरिफ की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की थी. अब इसका सीधा फायदा BSNL को मिल रहा है. टैरिफ बढ़ोतरी का असर नंबर पोर्टिंग पर दिख रहा है. करीब 1 करोड़ 46 लाख ग्राहकों ने अपना नंबर पोर्ट कराया है.
पिछले महीने 1 करोड़ 36 लाख ग्राहकों ने अपना नंबर पोर्ट कराया था. अब लोगों को BSNL के 4G का बेसब्री से इंतजार है. BSNL जल्द ही भारत में 5G सेवा भी शुरू करने जा रही है. कंपनी 5G का सफल ट्रायल कर चुकी है. केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुताबिक 2025 तक देशभर में 1 लाख BSNL 4G साइट्स लाइव कर दी जाएंगी टीसीएस ने बीएसएनएल के लिए 39000 4G साइट्स शुरू कर दी हैं और मार्च 2025 तक देशभर में BSNL 4जी साइट्स उपलब्ध हो जाएंगी।
कंपनी हर दिन करीब 450 से 500 साइट्स लगा रही है और हर दिन करीब 1000 साइट्स लगाने की योजना बनाई गई है। कुल मिलाकर जिस तरह से लाखों यूजर अपने नंबर को बीएल में पोर्ट कर रहे हैं, वह अब निजी टेलीकॉम कंपनियों के लिए बड़ा झटका साबित हो रहा है।