Bjp: रीवा का अगला भाजपा जिला अध्यक्ष कौन जानिए अजय सिंह या फिर ये ……रेस में आगे
रीवा: अगला भाजपा जिलाध्यक्ष कौन, अजय सिंह रिपीट या फिर इन नामों पर लगेगी मुहर
Bjp: भाजपा अक्सर अपने निर्णयों से चौंकाने के लिए जानी जाती है। खासकर तब जब मुद्दा बड़ा हो रीवा भाजपा में जिला अध्यक्ष पद के लिए नेताओं की दावेदारी शुरू हो चुकी है, रायशुमारी हो रही है और बैठकों के दौर में कई नामों पर मंथन करते हुए एक नाम पर सहमति बनाने की कवायद जारी है।
हालांकि ये भी सच है कि रीवा में असल में कौन होगा जिलाध्यक्ष , यह बात आलाकमान तय करेगा और मुख्य बात जिनकी मानी जाएगी वो हैं सूबे के डेप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल। बिना उनकी राय के रीवा बीजेपी के भावी जिलाध्यक्ष की नैया पार नहीं लगेगी, क्या इस बात से कोई इनकार कर सकता है।
दावेदार अपेक्षित सदस्यों से अपने पक्ष में नाम देने के लिए माहौल बनाने में दमखम से लगे भी है। अभी हाल ही में बीते दिनों प्रदेश संगठन प्रभारी हितानंद शर्मा का रीवा दौरा भी यही इशारा करता है। हालांकि आधिकारिक स्पष्ट रूप से कुछ कहा नहीं गया है अभी तक।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार रीवा भाजपा के संगठनात्मक चुनाव में जिला अध्यक्ष पद के लिए 27 दिसंबर को पार्टी कार्यालय में रायशुमारी होगी।
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जहां पर करीब 70 लोगों को सुझाव देने के लिए बुलाया गया है। निर्वाचन प्रक्रिया के तहत सभी अपेक्षित सदस्यों को निर्धारित फार्मेट में तीन-तीन नाम बताने होंगे। इसके साथ ही एक कालम अन्य के लिए निर्धारित किया गया है जिसमें अनुसूचित जाति-जनजाति या महिला दावेदार का नाम बताना होगा।
गौरतलब है कि, मंडल अध्यक्ष चयन में पार्टी द्वारा निर्धारित गाइडलाइन का कई स्थानों पर पालन नहीं होने का आरोप भी सामने आया है। जिस पर भोपाल में आयोजित बैठक में संगठन प्रभारी ने कहा है कि जिला अध्यक्षों के चयन में पारदर्शी प्रक्रिया अपनाएं ताकि कार्यकर्ताओं के मन में किसी तरह का असंतोष नहीं रहे। कहा जा रहा है कि पूर्व में जिला अध्यक्ष पद के लिए 45 से 60 वर्ष तक का नियम बनाया गया था लेकिन अब कहा गया है कि यदि 45 वर्ष से कम आयु के किसी नेता के लिए जिले भर से राय आती है तो उसे भी अवसर दिया जा सकता है।
मंडल अध्यक्ष में भी कई ऐसे चुने गए हैं जो निर्धारित आयु से अधिक हैं। अब रायशुमारी की तारीख तय होने के बाद कई दावेदार सामने आ रहे हैं जो मंडल अध्यक्षों और हर मंडल से चुने गए जिला प्रतिनिधियों से संपर्क कर रहे हैं।
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इस चुनाव में पार्टी के बड़े नेता भी अपने समर्थकों के लिए समीकरण बैठाने का प्रयास कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि ब्राह्मण बाहुल्य जिले में सांसद, मंत्री, विधायक, नगर निगम स्पीकर सहित कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां इस वर्ग को मिल चुकी हैं। हालांकि ब्राह्मण वर्ग से डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल के चहेते पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी की जबरदस्त दावेदारी सियासी गलियारों में धूम मचाए हुए है।
जबकि वहीं जनसंख्या के मान से ओबीसी वर्ग अहम है, इसीलिए पूर्व में ओबीसी वर्ग से अजय सिंह पटेल को अध्यक्ष बनाया गया था। इस वर्ग से सत्ता में प्रतिनिधित्व भी कोई बड़ा नहीं है, इस वजह से संगठन में अवसर मिलने की अपार संभावना है। इसलिए बहुत मुमकिन है कि अजय सिंह को फिर से रिपीट कर दिया जाय।
तो वही, एक और वरिष्ठ नेता जिनका नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहा है वह है पूर्व महापौर वीरेंद्र गुप्ता, जो कि अपनी सरल सहज छवि के लिए जाने जाते हैं। साथ ही वैश्य समाज का प्रतिनिधित्व भी करते है।
इसके अलावा महिला या फिर अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग से भी अध्यक्ष बनाकर पार्टी सबको चौंका सकती है।
उल्लेखनीय है कि जिले में उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के समर्थक अधिक संख्या में हैं। इसलिए इन नेताओं की पसंद ही चेहरा तय करेगी ऐसा माना जा रहा है।
बता दें, भाजपा जिला अध्यक्ष के चुनाव के लिए रायशुमारी में सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, विधानसभा प्रत्याशी, पूर्व जिला अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी, राष्ट्रीय पदाधिकारी, संभाग एवं जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, जिला प्रतिनिधि, नगर परिषदों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, जिला पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नगर निगम के स्पीकर, भाजपा पार्षद दल के नेता, मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश कोर ग्रुप के सदस्यों आदि को बुलाया गया है।
बताया जा रहा कि जिला अध्यक्ष पद के लिए कई नाम सामने आए हैं जिसमें प्रमुख रूप से अजय सिंह, केपी त्रिपाठी,वीरेन्द्र गुप्ता, प्रबोध व्यास, कुंवर पुष्पेंद्र सिंह, माया सिंह, गौरव तिवारी, विभा पटेल।
अब असल में कौन होगा जिलाध्यक्ष ये तो खैर आने वाला वक्त ही बताएगा, पर इतना है कि फिलहाल जमकर उठा पटक शुरू है। जो भावी जिलाध्यक्ष घोषित होने तक जारी रहने वाला है। तो वक्त ही बताएगा कि ऊंट किस करवट बैठेगा, बाकी सभी चीजें कयास है, अनुमान है, अटकलें ही है। माना जा रहा है कि इस बार भाजपा जिलाध्यक्ष के पद पर चौका सकती है।
तो देखते रहिए हिंदनामा न्यूज़ चैनल और हमारा वादा है आप दर्शकों से की जैसे इस मामले में कुछ अपडेट आएगा आपसे करेंगे जरूर साझा।